स्वतंत्र भारत के महामहिम राष्ट्रपति/ उप राष्ट्रपति परिचय सूची

नाम : प्रणब मुखर्जी
पद : राष्ट्रपति भारत
कार्यकाल : २५ जुलाई २०१२ - 24 जुलाई 2017
समर्थित : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
उपलब्धि : NA
परिचय :

ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम


भारत के 11वें राष्ट्रपति
 
कार्य काल
२५ जुलाई २००७ – २५ जुलाई २०१२
पूर्ववर्ती अब्दुल कलाम
   
पद बहाल
25 जुलाई 2012 – 25 जुलाई 2017
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
नरेंद्र मोदी
उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी
पूर्वा धिकारी प्रतिभा पाटिल
उत्तरा धिकारी

राम नाथ कोविन्द

जन्म 11 दिसम्बर 1935 (आयु 82)
ग्राम मिराती, बीरभूम जिला, ब्रिटिश भारत
जन्म का नाम प्रणव कुमार मुखर्जी
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (1969–86; 1989–2012)
अन्य राजनीतिक
संबद्धताऐं
राष्ट्रीय समाजवादी काँग्रेस (1986 से 1989 तक)
जीवन संगी शुभ्रा मुखर्जी (विवाह 1957; निधन 2015)
बच्चे शर्मिष्ठा
अभिजीत
इन्द्रजीत
शैक्षिक सम्बद्धता कलकत्ता विश्वविद्यालय
धर्म हिन्दू
सम्मान पद्म विभूषण (2008)

 

२०१२ चुनाव
प्रणब मुखर्जी भारत सरकार में वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और योजना आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके है।

 प्रणब मुखर्जी देश के 13वें राष्ट्रपति हैं जिन्होंने जुलाई 2012 से पद संभाला है. इससे पहले वे छह दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे हैं और उन्हें कांग्रेस का संकटमोचक माना जाता है.

अस्सी वर्षय मुखर्जी विदेशी मंत्री, रक्षा मंत्री, वाणिज्य मंत्री और वित्त मंत्री के रूप में अलग-अलग समय पर सेवा की वे दुर्लभ विशिष्टा के साथ शासन में अद्वितीय अनुभव वाले इंसान है. वे 1969 से राज्य सभा के लिए 5 बार चुने गए थे ओर 2 बार लोक सभा के लिए 2004 में चुने गए थे. वे कांग्रेस वर्किंग समिति के सदस्य भी थे जो 23 वर्षो से सबसे ज्यादा निति बनाने वाली पार्टी है.

 

2004 से 2012 के बिच में मुख़र्जी ने सरकार को कई बड़े निर्णय लेने में सहायता की जैसे प्रशासनिक सुधारों, राईट टू इनफार्मेशन, राईट टु एम्प्लॉयमेंट, खाद्य सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार, UIDAI को शुरू करने में, मेट्रो रेल आदी में. 70 और 80 के दशक में मुख्रेजी ने रीजनल रूलर बैंक की स्थापना की और EXIM बैंक की भी स्थापना की जो एक अंतर्राष्ट्रीय बैंक थी.उन्होंने 1991 में गाडगिल फार्मूला भी बनाया था.एक शक्तिशाली वक्ता और विद्वान, श्री मुख़र्जी बौद्धिक और राजनीतिक कौशल के रूप में अच्छी तरह के रूप में उल्लेखनीय ज्ञान के अंतरराष्ट्रीय संबंधों वित्तीय मामलों और संसदीय प्रक्रिया को व्यापक रूप से प्रशंसा की. वो समाजस्य बिल्डर राष्ट्र के कठिन मुद्दों के निर्णय लेने में निश्चित ही तालियों के हक़दार है.श्री मुखर्जी का जन्म मिरती पश्चिम बंगाल में 11 दिसम्बर 1935 में हुआ. उनके पिता का नाम कमादा किंकर मुखर्जी और माता का नाम राजलक्ष्मी मुखर्जी था. उनके पिता एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उनके पिता एक कांग्रेसी थे. वे कई बार जेल जा चुके थे. उन्होंने इतिहास, राजनीती विज्ञान, वकालत की मास्टर डिग्री कोलकाता विश्विद्यालय से ली थी. उन्होंने अपना करिअर कॉलेज के प्राध्यापक के रूप में शुरू किया. बादमे पत्रकारिता भी की. अपने सहकर्मियों से प्रभावित होकर वे राजनीती में आए. व् 1969 में राज्य सभा के लिए संसद चुने गए.

प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के नेतृत्व में अपना राजनितिक पद जल्दी ही उन्होंने विस्तारित करवा लिया. 1973 से 1974 के बिच में उन्होंने, उप मंत्री, उद्योग मंत्री, वाहन और नववाहन मंत्री, इस्पात उद्योग मंत्री का कार्य किया. 1982 में पहली बार वित्त मंत्री बने. 1980 से 1985 के बिच में राज्य सभा में रहे. 1991 से 1996 के बिच में विदेशी मंत्री रहे. 1993 से 1995 के बिच वाणिज्य विभाग में काम किया. 2004 से 2006 के बिच में रक्षा मंत्री रहे. 2006 से 2009 में वे पुन्ह विदेश मंत्री बने. 2009 से 2012 में वे फिर वित्त मंत्री बने. और 2004 से 2012 में लोक सभा के सदस्य रहे.

श्री मुखर्जी आइमफ वर्ल्ड बैंक के, एशियन डेवलपमेंट बैंक के और अफ्रीकन डेवलपमेंट बैंक के बोर्ड ऑफ़ गवर्नर बने. बादमे उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम का वित्तय भार सम्भाला. उन्होंने भारतीय अर्थ व्यवस्था और राष्ट्रीय उत्थान के बारे में पुस्तक प्रकाशित की और उन्हें अपने जीवन में कई पुरस्कार भी मिले. पद्मभूषण 2008 में, बेस्ट पार्लियामेंट्रीयन अवार्ड 1997 में, बेस्ट पर्सन ऑफ़ इंडिया अवार्ड मिला.

2013 में यूनिवर्सिटी ऑफ़ ढाका से वकालत के लिए डॉक्टर का सम्मान प्राप्त किया. वे अल्कड्स यूनिवर्सिटी से भी सम्मानित हुए. वे विश्व के प्रसिद्ध 5 वित्त मंत्रीयो में से एक कहलाये. 1984 में न्यू यॉर्क के यूरो मनी जनरल प्रकाशक के सर्वे द्वारा. इमर्जिंग मार्किट से उनको 2010 में एशिया का वित्त मंत्री ऑफ़ दी इयर अवार्ड मिला. उनकी शादी शुवा मुखर्जी से हुई जो एक सिंगर थी. उनको 2 पुत्र और 1 पुत्री है. उन्हें अपना समय पुस्तक पढने में, गाने सुनने में व्यतीत करना पसंद है.

मुखर्जी को यात्रा करना पसंद है वे भारत के कई स्थानों की और कई देशो की यात्रा कर चुके है.