मदन मोहन मालवीय स्कूल/कॉलेज परिचय सूची

स्कूल नाम :
एरा किड्स पब्लिक स्कूल पुसद
प्रबंधक :
श्री सतीश दिलीप पाटिल
विशेषता :
इंग्लिश मीडियम
क्षेत्र :
पुसद
नगर ब्लॉक :
पुसद
जनपद :
यवतमाल
राज्य :
महाराष्ट्र
वेबसाइट :
NA
सम्मान :
स्कूल मैनजमेंट कमेटी द्वारा प्रधानाचार्य जी के सहयोग से नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्र परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा 
मदन मोहन मालवीय स्कूल/कालेज सम्मान पत्र
देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,
मेहनाज़ अंसारी 
(जनरल सेक्रेटरी)
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली 
विवरण :
School Name : ERA KIDS SCHOOL PUSAD
Instruction Medium: English 
Established:  
Total students: 
Principal Name : 
Mobail no. : 98232 63842
Adress : Pusad ( पुसद )
Taluka Name : Pusad
District : Yavatmal
State : Maharashtra
Region : Vidarbha
Division : Amravati
Language : Marathi and Gormati Or Banjari, Gondi, Hindi, Sindhi And Marwari.
Current Time 08:48 PM
Date: Sunday , Sep 15,2019 (IST)
Telephone Code / Std Code: 07233
Vehicle Registration Number:MH-29
RTO Office : Yavatmal
Assembly constituency : Pusad assembly constituency
Assembly MLA : naik manohar rajusing
Lok Sabha constituency : Yavatmal-Washim parliamentary constituency
Parliament MP : Bhavana Pundlikrao Gawali
Serpanch Name : 
Pin Code : 445204
Post Office Name : Pusad Town 
 
Basic Infrastructure School 
UDISE Code : 00 
Building: Private
Class Rooms: 
Boys Toilet: 
Girls Toilet: 
Computer Aided Learning: 
Electricity: 
Wall: Pucca
Library: 
Playground: 
Books in Library: 
Drinking Water: 
Ramps for Disable: 
Computers: 
 
पुसद के बारे में
पुसद भारत के महाराष्ट्र राज्य के यवतमाल जिले के पुसद तालुका में एक शहर है। यह विदर्भ क्षेत्र का है। यह अमरावती डिवीजन के अंतर्गत आता है। यह जिला मुख्यालय के यवतमाल से पश्चिम की ओर 93 KM की दूरी पर स्थित है। यह तालुका हेड क्वार्टर है।
 
पुसद पिन कोड 445204 है और डाक प्रधान कार्यालय पुसद शहर (पुसद) है।
 
धनकेश्वर (1 KM), वाल्टुर रैली (2 KM), कक्कड़दती (4 KM), बोरगडी (4 KM), कोप्रा बीके (5 KM) पास के गाँव पुसद के हैं। पुसद, पूर्व की ओर महागाँव तालुका, उत्तर की ओर दिग्रास तालुका, उत्तर की ओर मनोरा तालुका, दक्षिण की ओर उमरखेड तालुका से घिरा हुआ है।
पुसद, उमरखेड, वाशिम, मंगरुलपीर, पुसद के नजदीकी शहर हैं।
मराठी यहां की स्थानीय भाषा है।
 
पुसद कैसे पहुचें 
रेल द्वारा
10 किमी से कम दूरी में पुसद के पास कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। रेल मार्ग स्टेशन कस्बों के पास से पहुंचने योग्य हैं।
 
रास्ते से
पुसद, पुसद से सड़क संपर्क के लिए पुसद से पास के शहर हैं
 
शहरों के पास
पुसद 0 KM 
उमरखेड 40 KM
वाशिम 56 KM 
मंगरूलपीर 57 KM 
 
तालुकों के पास
पुसद 5 KM 
महागांव 24 KM 
दिग्रास 29 KM 
मनोरा 40 KM 
 
एयर पोर्ट्स के पास
नांदेड़ एयरपोर्ट 95 KM 
सोनेगांव एयरपोर्ट 227 KM 
लातूर एयरपोर्ट 227 KM
चिकलथाना एयरपोर्ट 254 KM
 
पर्यटक स्थलों के पास
हिंगोली 54 KM 
वाशिम 55 KM 
अमरावती 128 KM 
सेवाग्राम 157 KM 
चिखलदरा वन्यजीव अभयारण्य 187 KM
 
जिले के पास
हिंगोली 54 KM 
वाशिम 55 KM 
यवतमाल 89 KM
नांदेड़ 98 KM 
 
रेल्वे स्टेशन के पास
हिंगोली डेक्कन रेल वे स्टेशन 54 KM
वाशिम रेल मार्ग स्टेशन 54 KM
 
पुसद में राजनीति
NCP, SHS इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
पुसद के पास पोलिंग स्टेशन / बूथ
1) पोखरी
2) Pusad
3) Pusad
4) Pusad
5) Pusad
पुसद विधानसभा क्षेत्र में मंडल।
Mahagaon Pusad
पुसद विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।
2014 जनरल नाइक मनोहर राजूसिंग एनसीपी 94152 = 65359 देवसरकर प्रकाशराव अबाजी एसएचएस 28793
2009 जनरल मनोहर नाइक एनसीपी 77136 30840 डॉ आरती फूपेट  SHS 46296
2004 जनरल नाइक मोनाहर राजूसिंह एनसीपी 92647 = 41421 फूपेट आरती हरिभाऊ SHS 51226
1999 जनरल सुधाकरो राजुसिंह नाइक एनसीपी 60177 = 15670 मुखारे राजन शिवाजीराव एसएचएस 44507
1995 जनरल नाइक मनोहरराव राजूसिंग कांग्रेस  63732 = 2118 मुकरे नरेंद्र गोधाजीराव जेडी 61614
1990 जनरल नाइक सुधाकरराव राजूसिंग कांग्रेस  59364 = 25276 अम्बोर श्रीरामसनबा जेडी 34088
1985 जनरल नाइक सुधाकरराव राजूसिंग कांग्रेस  55314 = 34956 देशमुख गुलाबराव जयंतराव आईसीएस 20358
1980 जनरल नाइक सुधाकरराव राजूसिंग कांग्रेस  48368 = 17815 टोडसे शामराव राजूनाथ आईएनसी (यू) 30553
1978 जनरल नाइक सुधाकरराव राजूसिंग कांग्रेस  43485 = 11527 पॉल वसंतराव देवराओ जेएनपी 31958
1972 जनरल नाइक वसंतराव फूलसिंग कांग्रेस 50772 = 28632 धोटे जे बापुरो एफबीएल 22140
1967 जनरल वी पी नाइक कांग्रेस 42089 = 26754 आर मोनगाथेन 15335
1962 जनरल वसंतराव फुलसिंग नाइक कांग्रेस 36946 = 17544 नलिनीबाई गोधाजीराव मुखारे19402
 
मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था, मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए. इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी