मदन मोहन मालवीय स्कूल/कॉलेज परिचय सूची

स्कूल नाम :
प्रेम कांति बाल विद्या मन्दिर जू.हां. स्कूल
प्रबंधक :
सुधीर कुमार तिवारी
विशेषता :
हिंदी मीडियम
क्षेत्र :
जलालाबाद
नगर ब्लॉक :
जलालाबाद
जनपद :
शाहजहांपुर
राज्य :
उत्तर प्रदेश
वेबसाइट :
NA
सम्मान :
स्कूल मैनजमेंट कमेटी द्वारा प्रधानाचार्य जी के सहयोग से नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्र परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा 
मदन मोहन मालवीय स्कूल/कालेज सम्मान पत्र
देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,
मेहनाज़ अंसारी 
(जनरल सेक्रेटरी)
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली 

कार्यदायी संस्था : जन कल्याण सेवा ट्रस्ट बरेली के माध्यम से शाहजहांपुर में परियोजना पर कार्य किया गया है संपर्क न 91 88680 16654
विवरण :
School Name: Prem Kanti Vidhya Mandir JHS Jalalabad
Instruction Medium: English / Hindi
Established: NA
Total students: NA
Principal Name: Sudheer Kumar Tiwwari 
Mobail no. : 8576874847
Adress : 
Locality Name : Jalalabad ( जलालाबाद )
Block Name : Jalalabad
District : Shahjahanpur
State : Uttar Pradesh
Division : Bareilly
Language : Hindi and Urdu
Current Time 07:38 AM
Date: Tuesday , Sep 17,2019 (IST)
Telephone Code / Std Code: 05843
Vehicle Registration Number:UP-27
RTO Office : Shahjahanpur
Assembly constituency : Jalalabad assembly constituency
Assembly MLA : 
Lok Sabha constituency : Shahjahanpur parliamentary constituency
Parliament MP : Arun Kumar Sagar
Serpanch Name : vimlrsh 
Pin Code : 242221
Post Office Name : Jalalabad (Shahjahanpur)
 
Basic Infrastructure
UDISE Code : 
Building: Private
Class Rooms: 
Boys Toilet: 1
Girls Toilet: 1
Computer Aided Learning: Yes
Electricity: Yes
Wall: Pucca
Library: Yes
Playground: Yes
Books in Library: 
Drinking Water: Hand Pumps
Ramps for Disable: 
Computers: 
About Prem Kanti Vidhya Mandir JHS JALALABAD
Prem Kanti Vidhya Mandir JHS JALALABAD was established in 2005 and it is managed by the Pvt. Unaided. It is located in Rural area. It is located in JALALABAD block of SHAHJAHANPUR district of Uttar Pradesh. The school consists of Grades from 6 to 8. The school is Co-educational and it doesn\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\\'t have an attached pre-primary section. The school is N/A in nature and is not using school building as a shift-school. Hindi is the medium of instructions in this school. This school is approachable by all weather road. In this school academic session starts in April.
The school has Private building. It has got classrooms for instructional purposes. All the classrooms are in good condition. It has  other rooms for non-teaching activities. The school has a separate room for Head master/Teacher. The school has Pucca boundary wall. The school has have electric connection. The source of Drinking Water in the school is Hand Pumps and it is functional. The school has 1 boys toilet and it is functional. and 1 girls toilet and it is functional. The school has a playground. The school has a library and has  books in its library. The school does not need ramp for disabled children to access classrooms.The school has no computers for teaching and learning purposes The school is having a computer aided learning lab. The school is Not Applicable providing mid-day meal.
 
जलालाबाद के बारे में
जलालाबाद उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के शाहजहाँपुर जिले में जलालाबाद ब्लॉक में एक शहर है। यह बरेली मंडल का है। यह जिला मुख्यालय शाहजहांपुर से पश्चिम की ओर 35 KM दूर स्थित है। यह एक ब्लॉक हेड क्वार्टर है।
जलालाबाद पिन कोड 242221 है और डाक प्रधान कार्यालय जलालाबाद (शाहजहाँपुर) है।
रौली बाउरी (1 KM), गुनारा (1 KM), सिकंदरपुर अफ़गान (2 KM), कोला (3 KM), बजहेरा महुआ दारी (3 KM) जलालाबाद के नजदीकी गाँव हैं। जलालाबाद पश्चिम की ओर मिर्जापुर ब्लॉक, उत्तर की ओर कांठ ब्लॉक, उत्तर की ओर मदनापुर ब्लॉक, पश्चिम की ओर कलान ब्लॉक से घिरा हुआ है।
तिलहर, शाहाबाद, हरदोई, शमसाबाद, फर्रुखाबाद, शाहजहाँपुर आसपास के शहर हैं जलालाबाद।
हिंदी यहां की स्थानीय भाषा है।
कैसे जलालाबाद पहुंचें
रेल द्वारा
10 किमी से कम में जलालाबाद के पास कोई रेलवे स्टेशन नहीं है।
 
शहरों के पास
तिलहर 31 KM
शाहाबाद, हरदोई 33 KM 
शमसाबाद, फर्रुखाबाद 33 KM
शाहजहाँपुर 35 KM 
 
तालुकों के पास
जलालाबाद 1 KM 
मिर्जापुर 11 KM 
कांठ 13 KM 
मदनापुर 17 KM 
 
एयर पोर्ट्स के पास
पंतनगर हवाई अड्डा 164 KM 
अमौसी एयरपोर्ट 180 KM 
कानपुर एयरपोर्ट 184 KM 
खेरिया एयरपोर्ट 200 KM 
 
पर्यटक स्थलों के पास
कन्नौज 85 KM 
नैमिषारण्य 114 किलोमीटर
खटीमा 153 किलोमीटर 
बिठूर 153 किलोमीटर 
मुरादाबाद 168 KM 
 
जिले के पास
शाहजहाँपुर 33 KM 
फर्रुखाबाद 42 KM 
हरदोई 66 KM 
बदायूँ 71 KM 
 
रेल्वे स्टेशन के पास
तिलहर रेल मार्ग स्टेशन 32 KM
शाहजहाँपुर रेल मार्ग स्टेशन 34 KM 
जलालाबाद में राजनीति
एसपी, बीएसपी, आईएनसी इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
जलालाबाद के पास मतदान केंद्र / बूथ
1) P.p। गुड़ी
2) P.p। Kumhruaa
3) P.p। मनोरथपुर सेसोवरी
4) J.h.s। चौबरगर्खेत रूम -1
5) J.h.s। चौबरगर्खेत रूम -2
जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र में मंडल।
जलालाबाद, कलान, मिर्जापुर
जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।
2012 जनरल नीरज कुशवाहा बसपा 76406 = 550 शरद वीर सिंह एसपी 75856
2007 जनरल नीरज कुशवाहा बीएसपी 40397 = 3659 राम मूर्ति सिंह वर्मा एसपी 36738
2002 जनरल शरदवीर सिंह एसपी 43572 = 16061 कृष्ण पाल सिंह बीएसपी  27511
1996 जनरल शरद वीर सिंह एसपी 65076 = 21698 पुत्तु सिंह कांग्रेस 43378
1993 जनरल राम मूर्ति सिंह एसपी 42442 = 11835 विराज पाल सिंह कांग्रेस 30607
1991 जनरल राम मूर्ति सिंह जेपी 26665 = 437 उदय वीर सिंह एस कांग्रेस 26228
1989 जनरल राम मूर्ति सिंह JD 34171 = 2067 उदयवीर सिंहकांग्रेस 32104
1985 जनरल उदयवीर सिंह आईएनसी 45054 = 22442 दलसिंह यादव बीजेपी  22612
1980 जनरल उदय वीर सिंह कांग्रेस 24168 7520 राम मूर्ति सिंह 16648
1977 जनरल कन्हाई सिंह  29288 = 10137 दल सिंह यादव JNP 19151
1974 जनरल दल सिंह यादव BJS 20388 = 4733 बृजपाल सिंह कांग्रेस 15655
1969 जनरल केशव चंद्र सिंह कांग्रेस 18072 = 1207 कन्हाई सिंह एसएसपी 16865
1967 जनरल डी सिंह बीजेएस 7905 = 1228 डी। एन। भाटिया एसएसपी 6677
1962 जनरल केशो सिंह आईएनसी 10402 = 3494 कान्ही सिंह एसओसी 6908
1957 जनरल हर चंद्र सिंह IND 10772 = 1082 भगवान सरन  9690
1951 जनरल राम गुलाम सिंह INC 7709 = 2083 गंगा सिंह 5626
मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था, मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए. इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी