मदन मोहन मालवीय स्कूल/कॉलेज परिचय सूची

स्कूल नाम :
उच्च प्राथमिक विद्यालय घटपुरी
प्रबंधक :
सतेन्द्र पाल सिंह (प्रधानाचार्य)
विशेषता :
इंग्लिश मीडियम
क्षेत्र :
घटपुरी
नगर ब्लॉक :
सलारपुर
जनपद :
बदायूँ
राज्य :
उत्तर प्रदेश
वेबसाइट :
NA
सम्मान :
स्कूल मैनजमेंट कमेटी द्वारा प्रधानाचार्य जी के सहयोग से नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्र परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा 
मदन मोहन मालवीय स्कूल/कालेज सम्मान पत्र
देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,
मेहनाज़ अंसारी 
(जनरल सेक्रेटरी)
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली 
विवरण :
introduction
School Name : Upper Primary School Ghatpuri
Instruction Medium: Hindi
Established:  2008
Total students: 369
Principal Name : Mr. Satendra Pal Singh 
Mobail no. : 7599252210
Locality Name : Ghatpuri
Block Name : Salarpur
District : Budaun
State : Uttar Pradesh
Division : Bareilly
Language : Hindi and Urdu
Current Time 11:09 PM
Date: Wednesday , Sep 18,2019 (IST)
Telephone Code / Std Code: 05832
Vehicle Registration Number: UP-24 
RTO Office: Badaun
Assembly constituency : Badaun assembly constituency
Assembly MLA : Mahesh Chandr Gupta BJP
Lok Sabha constituency : Badaun parliamentary constituency
Parliament MP : Dr. Sanghmitra Maurya BJP
Pardhan Name: Sohanlal
Pin Code : 243634
Post Office Name : Binawar
 
Basic Infrastructure
Cluster: Binawar
UDISE Code : 09190402212
Building: Government
Class Rooms: 8
Boys Toilet: 4
Girls Toilet: 4
Computer Aided Learning: No
Electricity: Yes
Wall: Yes Boundary Wall
Library: Yes
Playground: Yes
Books in Library: 100
Drinking Water: Hand Pumps
Ramps for Disable: Yes
Computers: 0
 
उच्च प्रथमिक विधालय घटपुरी के बारे में। 
उच्च प्रथमिक विधालय  GHATPURI की स्थापना 2008 में हुई थी और इसका प्रबंधन शिक्षा विभाग करता है। यह ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है। यह उत्तर प्रदेश के BUDAUN जिले के सालारपुर ब्लॉक में स्थित है। स्कूल में 6 से 8 तक ग्रेड होते हैं। स्कूल को-एजुकेशनल है और इसमें अटैच प्री-प्राइमरी सेक्शन नहीं है। स्कूल प्रकृति में N / A है और स्कूल-भवन को शिफ्ट-स्कूल के रूप में उपयोग नहीं कर रहा है। इस विद्यालय में हिंदी निर्देश का माध्यम है। यह स्कूल सभी मौसम वाली सड़क से स्वीकार्य है। इस स्कूल में शैक्षणिक सत्र अप्रैल में शुरू होता है।
स्कूल में सरकारी भवन है। इसे निर्देशात्मक उद्देश्यों के लिए 08 क्लासरूम मिले हैं। सभी क्लासरूम अच्छी स्थिति में हैं। इसमें गैर-शिक्षण गतिविधियों के लिए 2 अन्य कमरे हैं। स्कूल में हेड मास्टर / टीचर के लिए एक अलग कमरा है। स्कूल में नो बाउंड्री वॉल बाउंड्री वॉल है। स्कूल में बिजली का कनेक्शन है। स्कूल में पीने के पानी का स्रोत हैंड पंप हैं और यह कार्यात्मक है। स्कूल में 4 लड़कों का शौचालय है और यह कार्यात्मक है। और 4 लड़कियों के शौचालय और यह कार्यात्मक है। स्कूल में एक खेल का मैदान है। स्कूल में एक पुस्तकालय है और उसके पुस्तकालय में 116 पुस्तकें हैं। स्कूल को विकलांग बच्चों को कक्षाओं तक पहुंचने के लिए रैंप की आवश्यकता नहीं है। स्कूल में शिक्षण और सीखने के उद्देश्यों के लिए कोई कंप्यूटर नहीं है। स्कूल में कंप्यूटर एडेड लर्निंग लैब नहीं है। स्कूल परिसर में तैयार किया गया है और स्कूल परिसर में मिड-डे मील प्रदान किया जाता है।
 
घटपुरी के बारे में
घटपुरी उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के बदायूं जिले में सलारपुर ब्लॉक का एक गाँव है। यह बरेली मंडल का है। यह जिला मुख्यालय बुदौन से उत्तर की ओर 14 KM दूर स्थित है। सलारपुर से 3 कि.मी. राज्य की राजधानी लखनऊ से 260 कि.मी.
 
घटपुरी पिन कोड 243634 है और डाक प्रधान कार्यालय बिनवार है।
 
बानावर (1 KM), अरंगबाद माफ़ी (2 KM), पलिया झंडा (2 KM), ओझा (2 KM), दिओरी जित (3 KM) घाटपुरी के पास के गाँव हैं। घाटपुरी दक्षिण की ओर बदायूं ब्लॉक, दक्षिण की ओर जगत ब्लॉक, उत्तर की ओर आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक, पूर्व की ओर समरेर ब्लॉक से घिरा हुआ है।
 
बदायूं, उझानी, बरेली, सहसवान शहर से घटपुरी के पास हैं।
 
घटपुरी 2011 की जनगणना विवरण
घाटपुरी स्थानीय भाषा हिंदी है। घाटपुरी ग्राम की कुल जनसंख्या 2929 है और घरों की संख्या 511 है। महिला जनसंख्या 47.1% है। ग्राम साक्षरता दर 54.6% है और महिला साक्षरता दर 20.5% है।
आबादी
जनगणना पैरामीटर जनगणना डेटा
कुल जनसंख्या 2929
मकान संख्या 511 की कुल संख्या
महिला जनसंख्या 47.1% (1381)
कुल साक्षरता दर 54.6% (1598)
महिला साक्षरता दर 20.5% (601)
अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या% 0.0% (0)
अनुसूचित जाति की जनसंख्या% 37.7% (1104)
कार्य जनसंख्या% 27.2%
बाल (0 -6) जनसंख्या 2011 553 तक
बालिका (0 -6) जनसंख्या% 2011 तक 50.1% (277)
घाटपुरी कैसे पहुंचें 
रेल द्वारा
घाटपुरी रेल मार्ग स्टेशन, मल्लानगर रेल मार्ग स्टेशन, घाटपुरी के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं।
 
शहरों के पास
बदायूँ 14 KM 
उझानी 35 KM 
बरेली 38 KM 
सहसवान 51 KM 
 
तालुकों के पास
सलारपुर 3 KM 
बदायूँ 14 KM 
जगत 14 KM 
आलमपुर जाफराबाद 17 KM 
 
एयर पोर्ट्स के पास
पंतनगर एयरपोर्ट 117 KM 
खेरिया एयरपोर्ट 182 KM 
मुजफ्फरनगर एयरपोर्ट 234 KM 
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 237 KM 
 
पर्यटक स्थलों के पास
मुरादाबाद 100 KM 
अलीगढ़ 127 KM 
खटीमा 129 किलोमीटर 
काशीपुर 139 KM 
काठगोदाम 147 KM 
जिले के पास
बदायूँ 14 KM 
बरेली 38 KM 
कांशीराम नगर 73 KM 
शाहजहाँपुर 82 किलोमीटर
 
रेल्वे स्टेशन के पास
घाटपुरी रेल मार्ग स्टेशन 1.1 KM
मलानगर रेल मार्ग स्टेशन 4.8 KM 
करतौली रेल मार्ग स्टेशन 7.9 KM 
आंवला रेल मार्ग स्टेशन 22 KM 
बरेली जंक्शन रेल मार्ग स्टेशन 34 KM 
घटपुरी में राजनीती 
भाजपा, सपा, बसपा इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
घाटपुरी के पास मतदान केंद्र / बूथ
1) पीआर। स्कूल जखौलिया कमरा नंबर -1
2) पीआर। स्कूल विजय नगला आर.एन.ओ. 1
3) पीआर। स्कूल वियोर आर.एन.ओ. 1
4) पीआर। स्कूल औरंगाबाद खालसा आर। 1
5) पीआर। स्कूल घाटपुरी आर.एन.ओ. १
 
बदायूँ विधानसभा क्षेत्र में मंडल
जगत, सालारपुर, वजीरगंज, बदायूँ 
बदायूँ विधानसभा क्षेत्र से विधायक  जीतने का इतिहास।
2012 अबीद रजा खान सपा ६२७८६ = 15413 महेश चंद्र गुप्त भाजपा = 47373
2007 =महेश चन्द्र भाजपा 36403 =7198 विमल कृष्ण अग्रवाल उरफ पप्पी = सपा एसपी 29205
2002 विमल कृष्ण अग्रवाल उरफ पप्पी बसपा 36148 = 3314 जुगेंद्र सिंह अनज सपा 32834
1996 प्रेम स्वरूप पाठक बीजेपी 61726 =15471 जोेन्द्र सिंह एसपी सपा 46255
1993 जुगेंदर सिंह एसपी 40825 =728 कृष्ण स्वरूप भाजपा 40097
१९९१ कृष्ण स्वरूप , भाजपा, 41123, =8850, खालिद पारवेज, जेडी 32273
1989 कृष्णा स्वरुप भाजपा 31950 =7200 खलिद परवेज निर्दलीय 24750
1985 प्रेमिला भादर मेहरा कांग्रेस 31133 =9645 कृष्ण स्वरूप भाजपा 21488
1980 =श्रीकृष्ण गोयल कांग्रेस (आई) 30289 =16244 कृष्ण स्वरूप भाजपा 14045
1977 कृष्ण स्वरूप जेएनपी 30338 = 3108 पुरुषोत्तम लाल बधवार (राजाजी) कांग्रेस 27230
1974 पुरुषोत्तम लाल उरफ राजा जी कांग्रेस 35017 =14407 कृष्ण स्वरुप बीजेएस 20610
1969 कृष्ण स्वरुप बीजेएस 34730 =1036 9 फखरे आलम कांग्रेस 24361
1967 एम। ए अहमद आरपीआई 15879 =2708 एच। बी गोयल निर्दलीय 13171
1962 रुखम सिंह कांग्रेस १६०९१= 608 अस्रार अहमद निर्दलीय 14490
1957 टिका राम निर्दलीय 22286 = 1453 असर अहमद कांग्रेस 20833

कार्यदायी संस्था,
मेरा स्कूल मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना 
अम्बे ग्रामोद्योग विकास संस्थान
पता: 41, रामाश्रम कुंच पांडा बदायूं,
CORRESPONDENCE: - A-1173, राजेंद्र नगर बरेली
राज्य: उत्तर प्रदेश
प्रभाग: बरेली
मोबेल नं: 9319102843, 8218233423
7060204752
EMAIL: - saxenabhawna4@gmail.com
alpnasaxena412@gmail.com
वेबसाइट: - www.agvs.in
द्वारा किया गया है 


मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था, मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए. इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी