मदन मोहन मालवीय स्कूल/कॉलेज परिचय सूची

स्कूल नाम :
आदर्श बाल विद्यालय इंटर कॉलेज
प्रबंधक :
श्री राम किशोर दुबे
विशेषता :
हिंदी/इंग्लिश मीडियम
क्षेत्र :
मीरानपुर कटरा
नगर ब्लॉक :
खुदागंज कटरा
जनपद :
शाहजहांपुर
राज्य :
उत्तर प्रदेश
वेबसाइट :
NA
सम्मान :
School Name: Adarsh ​​Bal Vidhaly Inter College
Instruction Medium: Hindi / English
Class: 12th
Established: NA
Total students: NA
Principal Name: Mr. Ram Kishore Dubey
Mobail no. : 96219-69140
Manager: Mr. Mahesh Chandra Maharotra
Mobile No: 7356 - 628 40
Adress:
Locality Name: Meeranpur Katra (Khudaganj Katra)
Block Name: Khudaganj Katra
District : Shahjahanpur
State : Uttar Pradesh
Division : Bareilly
Language : Hindi and Urdu
Current Time 09:47 AM
Date: Saturday , Sep 28,2019 (IST)
Telephone Code / Std Code: 05881
Vehicle Registration Number:UP-27
RTO Office : Shahjahanpur
Assembly constituency : Katra assembly constituency
Assembly MLA : 
Lok Sabha constituency : Shahjahanpur parliamentary constituency
Parliament MP : Arun Kumar Sagar
Chairman Name: Jamal Fatma 9935080872
 
Basic Infrastructure
UDISE Code : 
Building: Private
Class Rooms:12
Boys Toilet: 2
Girls Toilet: 3
Computer Aided Learning: Yes
Electricity: Yes
Wall: Pucca
Library: Yes
Playground: Yes
Books in Library: Yes
Drinking Water: Hand Pumps
Ramps for Disable: Yes
Computers: Yes
About Adarsh Bal Vidhaly 
was established in and it is managed by the N/A. It is located in N/A area. It is located in block of district of . The school consists of Grades from to . The school is N/A and it doesn\\\\\\\'t have an attached pre-primary section. The school is N/A in nature and is not using school building as a shift-school. N/A is the medium of instructions in this school. This school is approachable by all weather road. In this school academic session starts in April.
         The school has N/A building. It has got classrooms for instructional purposes. All the classrooms are in good condition. It has 2 other rooms for non-teaching activities. The school has a separate room for Head master/Teacher. The school has N/A boundary wall. The school has doesn\\\\\\\'t have electric connection. The source of Drinking Water in the school is None and it is functional. The school has boys toilet and it is functional. and girls toilet and it is functional. The school has no playground. The school has no library and has books in its library. The school does not need ramp for disabled children to access classrooms.The school has no computers for teaching and learning purposes The school is not having a computer aided learning lab. The school is Not Applicable providing mid-day meal.
 
मीरानपुर कटरा के बारे में
मीरानपुर कटरा उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के शाहजहाँपुर जिले में खुदागंज कटरा ब्लॉक में एक शहर है। यह बरेली मंडल का है। यह जिला मुख्यालय शाहजहाँपुर से पश्चिम की ओर 34 KM दूर स्थित है। यह एक ब्लॉक हेड क्वार्टर है।
 
फील नगर (2 केएम), शालपुर नवदिया (2 केएम), कासरक (3 केएम), सयाना (4 केएम), बैभा (4 केएम) मीरानपुर कटरा के नजदीकी गांव हैं। खुदागंज कटरा उत्तर की ओर खुदागंज कटरा ब्लॉक, पश्चिम की ओर जैतपुर ब्लॉक, दक्षिण की ओर मदनापुर ब्लॉक, पूर्व की ओर निगोही ब्लॉक से घिरा हुआ है।
 
तिलहर, शाहजहाँपुर, पोवायन, बरेली मीरानपुर कटरा के नज़दीकी शहर हैं।
 
यह स्थान शाहजहाँपुर जिले और बरेली जिले की सीमा में है। बरेली जिला फरीदपुर इस जगह की ओर उत्तर है। इसके अलावा यह अन्य जिले पीलीभीत की सीमा में है।
 
हिंदी यहां की स्थानीय भाषा है।
मीरानपुर कटरा में राजनीति
सपा, बसपा, बीजेपी  इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
खुदागंज कटरा के पास मतदान केंद्र / बूथ
1) P.p। Nausana
2) P.p। Nehrosha
3) P.p। Doshpur
4) P.p। उषमनपुर तिषु
5) पीपी अग्रोली
 
मीरानपुर कटरा तक कैसे पहुंचे
रेल द्वारा
मीरानपुर कटरा रेल मार्ग स्टेशन, बिलपुर रेल मार्ग स्टेशन खुदागंज कटरा के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं।
 
शहरों के पास
तिलहर 11 KM 
शाहजहाँपुर 33 किलोमीटर 
पोवयन 45
बरेली 50 KM 
 
तालुकों के पास
तिलहर 9 KM 
खुदागंज कटरा 12 KM 
जैतपुर 12 KM 
मदनापुर 21 KM 

एयर पोर्ट्स के पास
पंतनगर हवाई अड्डा 126 KM
अमौसी एयरपोर्ट 207 KM
खेरिया एयरपोर्ट 216 KM
कानपुर एयरपोर्ट 219 KM
 
पर्यटक स्थलों के पास
खटीमा 115 KM
कन्नौज 122 KM 
नैमिषारण्य 126 किमी 
मुरादाबाद 138 KM 
टनकपुर 140 KM 
 
जिले के पास
शाहजहाँपुर 33 किलोमीटर
बरेली 50 KM 
बदायूँ 59 KM 
पीलीभीत 77 KM 

रेल्वे स्टेशन के पास
मीरानपुर कटरा रेल मार्ग स्टेशन 1.9 KM 
बिलपुर रेल मार्ग स्टेशन 8.0 KM
तिलहर रेल मार्ग स्टेशन 11 KM 
पीताम्बरपुर रेल मार्ग स्टेशन 24 KM 
विवरण :
स्कूल मैनजमेंट कमेटी द्वारा प्रधानाचार्य जी के सहयोग से नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्र परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा 
मदन मोहन मालवीय स्कूल/कालेज सम्मान पत्र
देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,
मेहनाज़ अंसारी 
(जनरल सेक्रेटरी)
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली 
 
कार्यदायी संस्था : जन कल्याण सेवा ट्रस्ट बरेली के माध्यम से शाहजहांपुर में परियोजना पर कार्य किया गया है संपर्क न 91 88680 16654
मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था, मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए. इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी