अरुणा आसफ़ अली निगम महापौर/ पार्षद परिचय सूची

नाम : मा. इकबाल
पद : निगम पार्षद
वॉर्ड : 58 मकबरा
नगर निगम मुरादाबाद
राज्य : उत्तर प्रदेश
पार्टी : समाजवादी पार्टी
चुनाव : 2017 - 3508/1586 वोट
सम्मान :
माननीय जी से अभी विवरण और सामाजिक कार्य हेतु कोई डोनेशन और जानकारी प्राप्त नहीं हुआ है जल्दी है सम्मानित किया जायेगा

विवरण :

Introduction

Name :Honorable Iqbal

Designation : Corporator

Ward No . : 58 -MAKBARA

Municipal Corporation : Moradabad

District : Moradabad 

State : Uttar Pradesh 

Division : Moradabad 

Language : Hindi and Urdu, English, Khariboli, Haryanvi, Punjabi, Kumaoni 

Current Time 06:02 PM 

Date: Wednesday , Nov 28,2018 (IST) 

Telephone Code / Std Code: 0591 

Ward : Ward No. - 58 -MAKBARA

Assembly constituency : Moradabad Nagar assembly constituency 

Assembly MLA : Ritesh Kumar Gupta (BJP)

Lok Sabha constituency : Moradabad parliamentary constituency 

Parliament MP : Kunwer Sarvesh Kumar  (BJP)

Eligibility - Na

Support - SP

Mobail No. :9557666767

वार्ड न. 58 मकबरा नगर निगम मुरादाबाद के बारे में

नगर निगम वार्ड न. 58 मकबरा में कुल 7951 मतदाता हैं,  निकाय 2017 के चुनाव में समाजवादी पार्टी समर्थित नगर निगम पार्षद पद पर श्री इक़बाल जी ने कुल पड़े मत संख्या 3508 में से (1586) 45.21 मत पाकर 

2 = सुलेमान = पीस पार्टी (699) 19.93 को 887 अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता 

4- सैफ अली = भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (558 ) 15.91मत प्राप्त किये 

5 -मौ अव्वास अली =  भारतीय जनता पार्टी (68)1.94 मत प्राप्त कर 5  न. पर रहे 

नगर निगम मुरादाबाद के बारे में 
नगर निगम में कुल 623160 मतदाता हैं,  नगर में कुल 70  वार्ड हैं। निकाय 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समर्थित नगर निगम महापौर पद पर माननीयविनोद अग्रवाल जी ने कुल पड़े मत संख्या 265600 में से (94677) 35.65 मत पाकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार 
2 मौ0 रिजवान कुरैशी (73042) 27.5 को 20000  अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता 
3- मौ0 युसुफ = समाजवादी पार्टी (47740) 17.97 मत प्राप्त किये 
4  -लाखन सिंह सैनी बहुजन समाज पार्टी (32268) 12.15 मत प्राप्त कर चौथे  न. पर रहे
मुरादाबाद जिले के बारे में 
मुरादाबाद, भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के 71 जिले में से एक है,  मुरादाबाद जिला प्रशासनिक मुख्यालय मुरादाबाद है यह राज्य की राजधानी लखनऊ की तरफ 358 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। मुरादाबाद जिले की जनसंख्या 4773138 है। यह आबादी से राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है।
मुरादाबाद शहर जो कि पीतल हस्तशिल्प के निर्यात के लिए प्रसिद्ध है। रामगंगा नदी के तट पर स्थित मुरादाबाद पीतल पर की गई हस्तशिल्प के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसका निर्यात केवल भारत में ही नहीं अपितु अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी और मध्य पूर्व एशिया आदि देशों में भी किया जाता है। अमरोहा, गजरौला और तिगरी आदि यहाँ के प्रमुख पयर्टन स्थलों में से हैं।[1] रामगंगा]] और गंगा यहाँ की दो प्रमुख नदियाँ हैं। मुरादाबाद विशेष रूप से प्राचीन समय की हस्तकला, पीतल के उत्पादों पर की रचनात्मकता और हॉर्न हैंडीक्राफ्ट के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यह जिला बिजनौर जिला के उत्तर, बदायूँ जिला के दक्षिण, रामपुर जिला के पूर्व और ज्योतिबा फुले नगर जिला के पश्चिम से घिरा हुआ है। 
इतिहास
1624 ई. में सम्भल के गर्वनर रुस्तम खान ने मुरादाबाद शहर पर कब्जा कर लिया था और इस जगह पर एक किले का निर्माण करवाया था। उनके नाम पर इस जगह का नाम रुस्तम खान रखा गया। इसके पश्चात् मुरादाबाद शहर की स्थापना मुगल शासक शाहजहाँ के पुत्र मुराद बख्श ने की थी। अत: उसके नाम पर इस जगह का नाम मुरादाबाद रख दिया गया।
यह जिला बिजनौर जिला के उत्तर, बदायूँ जिला के दक्षिण, रामपुर जिला के पूर्व और ज्योतिबा फुले नगर जिला के पश्चिम से घिरा हुआ है।
कृषि और उद्योग
प्रमुख सड़क और रेल जंक्शन पर स्थित यह शहर कृषि उत्पादों का व्यापार केंद्र है। कृषि वस्तुओं के व्यापार का प्रमुख केन्द्र है। कलई किए गए पीतल के बर्तनों के लिए यह नगर प्रसिद्ध है। यहाँ पर कुछ चीनी व कपड़े की मिलें भी हैं। यहाँ के उद्योगों में कपास मिल, बुनाई, धातुकर्म, इलेक्ट्रोप्लेटिंग और छपाई उद्योग शामिल हैं। यहाँ अनाज, कपास और गन्ने की खेती होती है। चीनी मिल और सूती वस्त्र निर्माण यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं।
प्रमुख आकर्षण
मुरादाबाद में होलीडे रीजेंसी नाम का एक पंच सितारा होटल है। इसके अलावा प्रेम वाटर किंगडम घूमने के लिए उपयुक्त जगह है एवं यहाँ पर हाफिज साहब का मजार भी देखने योग्य है जो रामगंगा नदी के किनारे पर स्थित है।
आवागमन
वायु मार्ग
यहाँ का सबसे निकटतम हवाई अड्डा दिल्‍ली स्थित इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। भारत के कई प्रमुख शहरों जैसे लखनऊ, कलकत्ता, मुम्बई, लखनऊ, चंडीगढ़ आदि से दिल्ली के लिए नियमित रूप से उड़ान भरी जाती है।
रेल मार्ग
सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन मुरादाबाद जंक्शन है। भारत के कई प्रमुख शहरों जैसे नई दिल्ली, कलकत्ता, मुम्बई, चैन्नई, आगरा और वाराणसी आदि से मुरादाबाद रेल द्वारा पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
मुरादाबाद सड़क मार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों जैसे मथुरा, दिल्ली, चंडीगढ़, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, झाँसी और आगरा आदि से पहुँचा जा सकता है। उत्तर प्रदेश राज्य मार्ग परिवहन निगम द्वारा इन सभी शहरों से मुरादाबाद के लिए बस सुविधा उपलब्ध करवा रखी है। इसके अतिरिक्त विभिन्न निजी लक्सरी बसों की सुविधा भी उपलब्ध है।
खरीदारी
पीतल का एक सजावटी पेपरवेट
मुरादाबाद में खरीदारी किए बिना आपका सफर अधूरा ही रहेगा। मुरादाबाद स्थित मुख्य बाजार पीतल मंडी है। इस जगह पर कई सौ छोटी और बड़ी दुकानें है जहां तांबा और कांसा की ब्रिकी की जाती है। इन छोटी-छोटी दुकानों से जहां आप तांबा और कांसे से बनी खूबसूरत वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं वहीं दूसरी ओर बड़ी दुकानों से बेशकिमती और आकर्षक वस्तुओं खरीद सकते हैं। यहां आपको तांबे के आइटम सभी साइज और शेप में मिल जाएंगे। उन पर की खूबसूरत नक्काशी का काम देखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त यहां जिस चीज की बिक्री सबसे अधिक होती है वह इत्रदान और गुलाबपाश है। यह इत्रदान और गुलाबपाश आपको हर शेप में विशेष रूप से कांसे और तांबे के मिश्रण से बने बर्तन में आसानी से मिल जाएंगे। इसके साथ-साथ अफताब अथवा वाइन सर्वर की खरीदारी भी जरूर करें।इन पर तांबे की लाइंनिग का काम हुआ होता है और इसका भार भी अधिक होता है।
शहरों के पास
रामपुर  26 किलोमीटर 
सिरसी 28 किमी
अमरोहा 34 किलोमीटर 
हवाई अड्डे के निकट
पंतनगर हवाई अड्डे के करीब 79 किलोमीटर 
मजफ्फरनगर हवाई अड्डा 142 के.एम. 
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 186 के.एम. 
देहरादून हवाई अड्डा 202 के.एम. 
जिले से पास
रामपुर 26 किलोमीटर दूर
ज्योतिबा फुले नगर 35 किलोमीटर
उधम सिंह नगर 70 किलोमीटर 
रेलवे स्टेशन से करीब
मोरादाबाद रेलवे स्टेशन करीब 1.6 किलोमीटर
काठघर सही रेलवे स्टेशन 2.0 के.एम. 
रामपुर रेलवे स्टेशन करीब 27 किलोमीटर 
 मुरादाबाद नगर विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक
माननीय रितेश कुमार गुप्ता बीजेपी फोन 9412244566
मुरादाबाद नगर विधानसभा क्षेत्र में मंडल
मुरादाबाद
मुरादाबाद नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।
2012 मोहम्मद यूसुफ अंसारी सपा 88341 =20238 रितेश कुमार गुप्ता भाजपा 68103
2007  संदीप अग्रवाल एसपी 49547 =29179 विकास जैन भाजपा 20368
2002 एसएनडी संदीप अग्रवाल बीजेपी 42888 =14 9 8 9 हा मोहम्मद सिद्दी कांग्रेस 27907
1996  संदीप अग्रवाल भाजपा 78893 =25 9 15 मुसरराज हुसैन एसपी सपा ५२९७5
1993  संदीप अग्रवाल बीजेपी 74564 =14198 जाहिद हुसैन जेडी 60366
1991  ज़ाहिद हुसैन जेडी 48204 =19636 शकुंतला (सिक्का) भाजपा  28568
1989  शमी (शमीम) अहमद खान जेडी 65202 =22 9 5 प्रेम शंकर भाजपा 43007
1985  पुष्पा सिंघल कांग्रेस 21217 =607 शामीम अहमद खान निर्दलीय  20610
1980  हाफिज मोहम्मद सिद्दीक कांग्रेस (आई) 39604 =25664 हंसराज  भाजपा 13940
1977  दिनेश चंद्र रस्तोगी जेएनपी 19987 =11350 मुख्तार अहमद  एमयूएल 8637
1974 दिनेश चंदर रस्तोगी बीजेएस 22532 =85 शामीम अहमद खान  एमयूएल 22447
1969  हलीमुद्दीन राहत मौलए  21602 =2116 ओकर सरन कांग्रेस  19486
1967 ओ सरन कांग्रेस 23168 =2551 बी एस भटनागर बीजेएस 20617
1962हलीमुद्दीन आरईपी 21816 =3973 ब्रह्मा स्वरूप जेएस जेएस 17843
1957  हलीमुद्दीन भारत 23212 =10350 वाली अहमद खान कांग्रेस 12862

 

विकास कार्य :

2019

अरुणा आसफ़ अली की जीवनी
पूरा नाम – अरुणा आसफ़ अली
जन्म – 16 जुलाई 1909
जन्मस्थान – कालका ग्राम, पंजाब
पिता – उपेन्द्रनाथ गांगुली
माता – अम्बालिका देवी
विवाह – आसफ़ अली

अरुणा आसफ अली का जन्म अरुणा गांगुली के नाम से 16 जुलाई 1909 को ब्रिटिश कालीन भारत में बंगाली ब्राह्मण परीवार में पंजाब के कालका ग्राम में हुआ था। उनके पिता उपेन्द्रनाथ गांगुली एक रेस्टोरेंट के मालिक थे। उनकी माता अम्बालिका देवी त्रिलोकनाथ सान्याल की बेटी थी।
उपेन्द्रनाथ गांगुली का छोटा भाई धीरेंद्रनाथ गांगुली भूतकालीन फ़िल्म डायरेक्टर थे। उनका एक और भाई नागेंद्रनाथ एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर थे जिन्होंने नोबेल प्राइज विनर रबीन्द्रनाथ टैगोर की बेटी मीरा देवी से विवाह किया था।
अरुणा की बहन पूर्णिमा बनर्जी भारत के कांस्टिटुएंट असेंबली की सदस्य है। अरुणा की पढाई लाहौर के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में पूरी हुई। ग्रेजुएशन के बाद कलकत्ता के गोखले मेमोरियल स्कूल में वह पढाने लगी। वहा उनकी मुलाकात आसफ अली से हुई, जो अल्लाहाबाद में कांग्रेस पार्टी की नेता थे। 1928 में अपने परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने सितम्बर 1928 में विवाह कर लिया।
आसफ अली विवाह करने और महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह में शामिल होने के बाद वह कांग्रेस पार्टी की एक सक्रीय सदस्य बनी। हिंसात्मक होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था और इसीलिये 1931 के गांधी-इरविन करार के बावजूद उन्हें छोड़ा नही गया।
लेकिन कैद बाकी महिलाओ ने उनका साथ देते हुए कहा की वे तभी जेल छोड़ेंगे जब अरुणा आसफ अली को भी रिहा किया जायेगा। लोगो के भारी सहयोग को देखते हुए आख़िरकार अधिकारियो को अरुणा आसफ अली को रिहा करना ही पड़ा।
1932 में उन्होंने तिहार जेल में अपनी विविध मांगो को लेकर भूख हड़ताल भी की थी। उस समय तिहार जेल की स्थिति अत्यंत दयनीय होने के कारण उनकी भूक हड़ताल से तिहार जेल में काफी सुधार हुए। बाद में वह अम्बाला चली गयी।
महात्मा गांधी के आह्वान पर हुए 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं जब सभी प्रमुख नेता गिरफ्तार कर लिए गए तो उन्होंने अद्भुत कौशल का परिचय दिया और नौ अगस्त के दिन मुम्बई के गवालिया टैंक मैदान में तिरंगा झंडा फहराकर अंग्रेजों को देश छोड़ने की खुली चुनौती दे डाली।
अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें 1942 मे भारत छोडो आंदोलन के दौरान मुंबई के गोवालीया मैदान मे कांग्रेस का झंडा फहराने के लिये हमेशा याद किया जाता है। स्वतंत्रता के बाद भी वह राजनीती में हिस्सा लेती रही और 1958 में दिल्ली की मेयर बनी। 1960 में उन्होंने सफलतापूर्वक मीडिया पब्लिशिंग हाउस की स्थापना की। Aruna Asaf Ali के या योगदान को देखते हुए 1997 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आज अरुणा आसफ अली भले ही हमारे बीच नहीं हैं। पर उनके कार्य और उनका अंदाज आने वाली पीढ़ियों को सदैव रास्ता दिखाते रहेंगें। उन्हें यूँ ही स्वतंत्रता संग्राम की ‘ग्रैंड ओल्ड लेडी‘ नहीं कहा जाता है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी अरुणा आसफ़ अली के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी