स्कूल नाम :
गौतम बुद्ध एकेडमी सराय गोपाल
प्रबंधक :
श्रीमती कंचन शाक्य (प्रिंसीपल)
सम्मान :
स्कूल मैनजमेंट कमेटी द्वारा प्रधानाचार्य जी के सहयोग से नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्र परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा
मदन मोहन मालवीय स्कूल/कालेज सम्मान पत्र
देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,
मेहनाज़ अंसारी
(जनरल सेक्रेटरी)
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली
विवरण :
introductionSchool Name: Gautam Buddha AcademyMedium: Hindi/EnglishEstablished: 2004-2005Total students: NaPrincipal Name: Mrs Kanchan ShakyaMobail no. : 9450008768Manager Name: Mr. Uday bhan Singh Mobail no. : 9918488378Email: gbasaray@gmail.comLocality Name : Sarai GopalBlock Name : ChhibramauDistrict : KannaujState : Uttar PradeshDivision : KanpurLanguage : Hindi and Urdu, KanaujiCurrent Time 07:14 AMDate: Friday , Sep 06,2019 (IST)Telephone Code / Std Code: 05691Vehicle Registration Number:UP-74RTO Office : KannaujAssembly constituency : Chhibramau assembly constituencyAssembly MLA : Archna Pandey Lok Sabha constituency : Kannauj parliamentary constituencyParliament MP : SUBRAT PATHAKPrdhan Name : Kaushal Kishor Dixit 9415333711Pin Code : 209721Post Office Name : ChhibramauBasic Infrastructure SchoolUDISE Code : 093500401611Building: PrivateClass Rooms: 12Boys Toilet: 1Girls Toilet: 1Computer Aided Learning: YesElectricity: YesWall: PuccaLibrary: YesPlayground: YesBooks in Library: YesDrinking Water: Hand PumpsRamps for Disable: YesComputers: 0सराय गोपाल के बारे मेंसराय गोपाल उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के कन्नौज जिले में छिबरामऊ ब्लॉक में एक गाँव है। यह कानपुर मंडल के अंतर्गत आता है। यह जिला मुख्यालय कन्नौज से पश्चिम की ओर 60 KM दूर स्थित है। छिबरामऊ से 9 कि.मी. राज्य की राजधानी लखनऊ से 181 कि.मी.सराय गोपाल पिन कोड 209721 है और डाक प्रधान कार्यालय छिबरामऊ है।बरुआसबल पुर (1 KM), दल्लूपुर सुल्तान पुर (2 KM), महमूद पुर कीरात (3 KM), घिलोय खास (3 KM), मेरापुर गरिया (3 KM) सराय गोपाल के लिए निकटवर्ती गाँव हैं। सराय गोपाल पश्चिम की ओर बेवर ब्लॉक, उत्तर की ओर मोहम्मदाबाद ब्लॉक, पूर्व की ओर कमालगंज ब्लॉक, दक्षिण की ओर किशनी ब्लॉक से घिरा हुआ है।सिकंदरपुर, फ़तेहगढ़, फ़र्रुख़ाबाद, शमसाबाद, फ़र्रुख़ाबाद सराय गोपाल के लिए शहरों के निकट हैं।यह स्थान कन्नौज जिले और मैनपुरी जिले की सीमा में है। मैनपुरी जिला बेवर इस जगह की ओर पश्चिम है। इसके अलावा यह अन्य जिले फर्रुखाबाद की सीमा में है।सराय गोपाल 2011 की जनगणना विवरणसराय गोपाल स्थानीय भाषा हिंदी है। सराय गोपाल ग्राम की कुल जनसंख्या 2002 है और घरों की संख्या 309 है। महिला जनसंख्या 46.1% है। ग्राम साक्षरता दर 67.7% है और महिला साक्षरता दर 28.0% है।आबादीजनगणना पैरामीटर जनगणना डेटाकुल जनसंख्या 2002मकान संख्या 309 की कुल संख्यामहिला जनसंख्या 46.1% (922)कुल साक्षरता दर 67.7% (1356)महिला साक्षरता दर 28.0% (560)अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या% 0.0% (0)अनुसूचित जाति की जनसंख्या 11.1% (222)कार्य जनसंख्या% 21.9%बाल (0 -6) 2011 तक जनसंख्या 338बालिका (0 -6) जनसंख्या% 2011 तक 42.3% (143)कैसे सराय गोपालरेल द्वारा10 किमी से कम दूरी पर सराय गोपाल के पास कोई रेलवे स्टेशन नहीं है।शहरों के पाससिकंदरपुर 20 KMफतेहगढ़ 27 KMफर्रुखाबाद 30 KMशमसाबाद, फर्रुखाबाद 43 KMतालुकों के पासछिबरामऊ 9 KMबेवर 14 KMमोहम्मदाबाद 16 KMकमालगंज 18 KMएयर पोर्ट्स के पासकानपुर हवाई अड्डा 146 KMखेरिया एयरपोर्ट 162 KMअमौसी एयरपोर्ट 169 KMग्वालियर एयरपोर्ट 173 KMपर्यटक स्थलों के पासकन्नौज 56 KMबिठूर 117 किलोमीटरकानपुर 136 KMनैमिषारण्य 146 किलोमीटरआगरा 157 KMफर्रुखाबाद 29 KMमैनपुरी 45 KMकन्नौज 58 KMइटावा 69 KMरेल्वे स्टेशन के पासफर्रुखाबाद जंक्शन रेल मार्ग स्टेशन 28 KMफतेहगढ़ रेल मार्ग स्टेशन 30 KMसराय गोपाल में राजनीतिभाजपा, सपा, बसपा इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।सराय गोपाल के पास मतदान केंद्र / बूथ1) पी। पी। पलटेपुरवा2) P.p। Barai3) पीपी हरिहरपुर४) पीपी समगुरा5) P.p। Deenpurछिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।2012 जनरल अरविंद सिंह यादव एसपी 70372 = 2426 ताहिर हुसैन सिद्दीकी बीएसपी679462007 जनरल अरविंद सिंह एसपी 45708 = 4820 जय कुमार तिवारी उर्फ वुआन 408882002 जनरल राम प्रकाश त्रिपाठी भाजपा 50564 9999 छोटे सिंह यादव 405651996 जनरल छोटे सिंह यादव सपा 51204 = 2324 राम प्रकाश त्रिपाठी भाजपा 488801993 जनरल राम प्रकाश त्रिपाठी भाजपा 59766 = 14784 कपतान सिंह एसपी 449821991 जनरल कप्तान सिंह जेपी 33887 = 2799 राम प्रकाश त्रिपाठी भाजपा 310881989 जनरल कप्तान सिंह जेडी 30658 = 4675 संतोष चतुर्वेदी कांग्रेस 259831985 जनरल संतोष कांग्रेस 28570 36 छोटा सिंह यादव LKD 285341980 जनरल राधेश्याम वर्मा JNP (SC) 20043 = 1237 राम शंकर शुक्ल INC 188061977 जनरल बंशगोपाल चौबे जेएनपी 21755 = 3169 जगदीश्वर दयाल अग्निहोत्री कांग्रेस 185861974 जनरल राम प्रकाश त्रिपाठी BJS 28741 = 11642 जगदीश्वर दयाल कांग्रेस 170991969 जनरल जगदीश्वर दयाल कांग्रेस 22690 = 4205 राम प्रकाश त्रिपाठी BJS 184851967 GEN R.P.Tripathi BJS 27,799 = 2439 K.S.Bhadauria कांग्रेस 25,3601962 जनरल कोतवाल सिंह भदौरिया PSP 17781 = 2636 राम सेवक कांग्रेस 151451957 जनरल कोतवाल सिंह भदोरिया PSP 27549 = 9215 मथुरा प्रसाद कांग्रेस 18334
मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था,
मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी.
बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए.
इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी