मदन मोहन मालवीय स्कूल/कॉलेज परिचय सूची

स्कूल नाम :
आर एस पब्लिक स्कूल
प्रबंधक :
मधुर सिंह प्रिंसीपल
विशेषता :
हिंदी/इंग्लिश मीडियम
क्षेत्र :
पुटी सराय
नगर ब्लॉक :
सलारपुर
जनपद :
बदायूँ
राज्य :
उत्तर प्रदेश
वेबसाइट :
NA
सम्मान :
स्कूल मैनजमेंट कमेटी द्वारा प्रधानाचार्य जी के सहयोग से नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्र परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा 
मदन मोहन मालवीय स्कूल/कालेज सम्मान पत्र
देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,
मेहनाज़ अंसारी 
(जनरल सेक्रेटरी)
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली
विवरण :
introduction 
School Name : R.S. PUB. SCHOOL
Instruction Medium : Hindi 
Class : 1 to 5
Established : 2002
Total students : 173 
Principal Name : Shri Madhur Singh
Mobail no. : 8433480634 
Adress:
Locality Name : Puthi Sarai 
Block Name : Salarpur
District : Budaun
State : Uttar Pradesh
Division : Bareilly
Language : Hindi and Urdu
Current Time 09:43 PM
Date: Sunday , Oct 13,2019 (IST)
Vehicle Registration Number: UP-24
RTO Office: Badaun
Assembly constituency : Badaun assembly constituency
Assembly MLA : Mahesh Chandra Gupta 
Lok Sabha constituency : Badaun parliamentary constituency
Parliament MP : Dr. Sanghmitra Maurya
Prdhan Name : Guddi 9759625725
Pin Code : 243634
Post Office Name : Binawar
Alternate Village Name : Puthi-Sarain

Basic Infrastructure
UDISE Code : 09190401009
Building: Private
Class Rooms: 3
Boys Toilet: 1
Girls Toilet: 1
Computer Aided Learning: No
Electricity: No
Wall: No Boundary Wall
Library: Yes
Playground: No
Books in Library: 0
Drinking Water: Hand Pumps
Ramps for Disable: No
Computers: 0
 
About R.S. PUB. SCHOOL PUTHI SARAI
R.S. PUB. SCHOOL PUTHI SARAI was established in 2002 and it is managed by the Pvt. Unaided. It is located in Rural area. It is located in SALARPUR block of BUDAUN district of Uttar Pradesh. The school consists of Grades from 1 to 5. The school is Co-educational and it doesn\\\\\\\'t have an attached pre-primary section. The school is N/A in nature and is not using school building as a shift-school. Hindi is the medium of instructions in this school. This school is approachable by all weather road. In this school academic session starts in April.
         The school has Private building. It has got 3 classrooms for instructional purposes. All the classrooms are in good condition. It has 2 other rooms for non-teaching activities. The school has a separate room for Head master/Teacher. The school has No Boundary Wall boundary wall. The school has doesn\\\\\\\'t have electric connection. The source of Drinking Water in the school is Hand Pumps and it is functional. The school has 1 boys toilet and it is functional. and 1 girls toilet and it is functional. The school has no playground. The school has a library and has 0 books in its library. The school does not need ramp for disabled children to access classrooms.The school has no computers for teaching and learning purposes The school is not having a computer aided learning lab. The school is Not Applicable providing mid-day meal.
 
पुठी सराय के बारे में
पुठी सराय भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बदायूं जिले के सलारपुर ब्लॉक में एक गाँव है। यह बरेली मंडल का है। यह जिला मुख्यालय बुदौन से 28 किलोमीटर पूर्व की ओर स्थित है। सलारपुर से 15 कि.मी. राज्य की राजधानी लखनऊ से 255 कि.मी.
 
पुठी सराय पिन कोड 243634 है और डाक प्रधान कार्यालय बिनवार है।
 
सादुल्लापुर भिटारा (3 KM), मुजहिआना (3 KM), किशोरपुर (3 KM), बिच्छू रइया (4 KM), ढकिया (5 KM) पुतिन सराय के नजदीकी गांव हैं। पुठी सराय दक्षिण की ओर समरेर ब्लॉक, पश्चिम की ओर सलारपुर ब्लॉक, उत्तर की ओर क्यारा ब्लॉक, उत्तर की ओर मझगवां ब्लॉक से घिरा हुआ है।
 
बदायूं, बरेली, उझानी, तिलहर शहरों के पास पुठी सराय हैं।
 
पुठी सराय 2011 जनगणना विवरण
पुठी सराय स्थानीय भाषा हिंदी है। पुथी सराय गाँव की कुल जनसंख्या 5136 है और घरों की संख्या 900 है। महिला जनसंख्या 46.2% है। ग्राम साक्षरता दर 42.4% है और महिला साक्षरता दर 15.6% है।
आबादी
जनगणना पैरामीटर जनगणना डेटा
कुल जनसंख्या 5136
मकानों की कुल संख्या 900
महिला जनसंख्या 46.2% (2373)
कुल साक्षरता दर 42.4% (2177)
महिला साक्षरता दर 15.6% (800)
अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या% 0.0% (0)
अनुसूचित जाति की जनसंख्या 13.4% (686)
कार्य जनसंख्या% 26.3%
बाल (0 -6) जनसंख्या 2011 951 तक
बालिका (0 -6) जनसंख्या% 2011 तक 49.2% (468)
 
पुठी सराय में राजनीति
भाजपा, सपा, बसपा इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
पुठी सराय के पास मतदान केंद्र / बूथ
1) पीआर। स्कूल मुहम्मद नगर सुलरा आर.एन.ओ. 2
2) जूनियर। हाई स्कूल पुट्टी सराय आर.एन.ओ. 1
3) पीआर। स्कूल मुहम्मदी आर.एन.ओ. 1
4) पीआर। स्कूल रूपपुरा कमरा नंबर -1
5) पीआर। स्कूल गौसपुर आर.एन.ओ. 1
बदायूँ विधानसभा क्षेत्र में मंडल
जगत, सालारपुर, वजीरगंज, बदायूँ 
बदायूँ विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।
2012 अबीद रजा खान सपा ६२७८६ = 15413 महेश चंद्र गुप्त भाजपा = 47373
2007 =महेश चन्द्र भाजपा 36403 =7198 विमल कृष्ण अग्रवाल उरफ पप्पी = सपा एसपी 29205
2002 विमल कृष्ण अग्रवाल उरफ पप्पी बसपा 36148 = 3314 जुगेंद्र सिंह अनज सपा 32834
1996 प्रेम स्वरूप पाठक बीजेपी 61726 =15471 जोेन्द्र सिंह एसपी सपा 46255
1993 जुगेंदर सिंह एसपी 40825 =728 कृष्ण स्वरूप भाजपा 40097
१९९१ कृष्ण स्वरूप , भाजपा, 41123, =8850, खालिद पारवेज, जेडी 32273
1989 कृष्णा स्वरुप भाजपा 31950 =7200 खलिद परवेज निर्दलीय 24750
1985 प्रेमिला भादर मेहरा कांग्रेस 31133 =9645 कृष्ण स्वरूप भाजपा 21488
1980 =श्रीकृष्ण गोयल कांग्रेस (आई) 30289 =16244 कृष्ण स्वरूप भाजपा 14045
1977 कृष्ण स्वरूप जेएनपी 30338 = 3108 पुरुषोत्तम लाल बधवार (राजाजी) कांग्रेस 27230
1974 पुरुषोत्तम लाल उरफ राजा जी कांग्रेस 35017 =14407 कृष्ण स्वरुप बीजेएस 20610
1969 कृष्ण स्वरुप बीजेएस 34730 =1036 9 फखरे आलम कांग्रेस 24361
1967 एम। ए अहमद आरपीआई 15879 =2708 एच। बी गोयल निर्दलीय 13171
1962 रुखम सिंह कांग्रेस १६०९१= 608 अस्रार अहमद निर्दलीय 14490
1957 टिका राम निर्दलीय 22286 = 1453 असर अहमद कांग्रेस 20833

हाउ टू रीच पुठी सराय
रेल द्वारा
मकरंदपुर रेल मार्ग स्टेशन, करतौली रेल मार्ग स्टेशन, पुठी सराय के बहुत नज़दीकी रेलवे स्टेशन हैं।
 
शहरों के पास
बदायूँ 27 KM 
बरेली 28 KM 
उझानी 38 KM 
तिलहर 53 KM 
 
तालुकों के पास
आलमपुर जाफराबाद 8 KM 
समीर 9 KM 
सलारपुर 14 KM 
क्यारा 18 KM 
 
एयर पोर्ट्स के पास
पंतनगर एयरपोर्ट 108 KM 
खेरिया एयरपोर्ट 194 KM 
मुजफ्फरनगर एयरपोर्ट 238 KM
अमौसी एयरपोर्ट 246 KM 
 
पर्यटक स्थलों के पास
मुरादाबाद 100 KM 
खटीमा ११hat KM 
काशीपुर 136 KM 
काठगोदाम 139 KM 
अलीगढ़ 139 KM
 
जिले के पास
बदायूँ 26 KM 
बरेली 28 KM 
शाहजहाँपुर 75 किलोमीटर 
पीलीभीत 79 किलोमीटर 
 
रेल्वे स्टेशन के पास
मकरंदपुर रेल मार्ग स्टेशन 6.1 KM 
करतौली रेल मार्ग स्टेशन 7.1 KM 
आंवला रेल मार्ग स्टेशन 22 KM 
बरेली जंक्शन रेल मार्ग स्टेशन 23 KM

कार्यदायी संस्था,
मेरा स्कूल मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना 
अम्बे ग्रामोद्योग विकास संस्थान
पता: 41, रामाश्रम कुंच पांडा बदायूं,
CORRESPONDENCE: - A-1173, राजेंद्र नगर बरेली
राज्य: उत्तर प्रदेश
प्रभाग: बरेली
मोबेल नं: 9319102843, 8218233423
7060204752
EMAIL: - saxenabhawna4@gmail.com
alpnasaxena412@gmail.com
वेबसाइट: - www.agvs.in
द्वारा किया गया है 
मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था, मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए. इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी