सुखदेव थापर एन.जी.ओ./संगठन/यूनियन/एसोसिएशन पदाधिकारी परिचय सूची

नाम :
नीरज कुमार शर्मा
पद :
जिला प्रोजेक्ट निदेशक
संगठन :
नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति
मनोनीत :
बुलंदशहर
निवास :
फरीदा बांगर
नगर/ब्लॉक :
ऊंचागांव
जनपद :
बुलंदशहर
राज्य :
उत्तर प्रदेश
सम्मान :
प्रमाणित किया जाता है की नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना, मेरा गाँव मेरी पहचान तिरंगा मेरी शान फोटो परियोजना , डिजिटल विजिटिंग कार्ड प्रोजेक्ट कार्य हेतु श्री नीरज कुमार शर्मा जी को जिला प्रोजेक्ट निदेशक बुलंदशहर उत्तर प्रदेश के पद पर नियमानुसार नियुक्त किया गया है, निदेशक अपने स्तर से प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर 4 ,4  वॉलिंटर 15 दिन में नियुक्त कर नियमानुसार वॉलिंटर को जीवनयापन हेतु कार्य के आधार पर मानदेय उपलब्ध कराएं , सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा संस्था को दिया गया डोनेशन चेक के माद्यम से मान्य होगा, 
मेहनाज़ अंसारी 
महासचिव 
विवरण :
introduction
Name : Niraj Kumar Shrma
Designation : District Project Incharge
Nominated : Bulandshahr
Organization : Navnirman Jankalyan Sahayta Samiti (NGO)
Mobail No : 97598 16416
Adress :- 
Panchayt Name : Farida Bager 
Block Name : Unchagaon
District : Bulandshahr 
State : Uttar Pradesh 
Division : Meerut 
Language : Hindi and Urdu 
Current Time 10:34 PM  
Date: Monday , Aug 19,2019 (IST)  
Telephone Code / Std Code: 05736 
Vehicle Registration Number:UP-13 
RTO Office : Bulandshar 
Assembly constituency : Bimla Singh Solanki BJP
Assembly MLA : dilnawaz khan 
Lok Sabha constituency : Bulandshahr parliamentary constituency 
Parliament MP : BHOLA SINGH BJP
Prdhan Name : Hitendra Lodhi 9837377079
Pin Code : 203398 
Post Office Name :
Alternate Village Name : Farida Bangar 

निवास स्थान फरीदा बांगर के बारे में 
भारत और पंचायती राज अधिनियम के अनुसार, खानपुर कुर्मी गाँव का प्रशासन ग्राम प्रधान  नन्दलाल पुर द्वारा किया जाता है, जो गाँव का प्रतिनिधि होता है।
ग्राम पंचायत  नन्दलाल पुर चुनाव 2015 में कुल मतदाता संख्या 2786 थी और कुल मत मत संख्या 2266 में से ग्राम प्रधान माननीय वेदप्रकाश जी को कुल मत 766 (34.79) मत प्राप्त  हुआ।
2 - यसपाल = 436(19.8) मत प्राप्त करें दूसरे स्थान को 330 मतों से हराकर ग्राम प्रधान पद पर चुनाव जीता
3 - विजय कुमार = 279  (12.67) मत पाकर तीसरे स्थान पर जमानत जब्त रहे 

फरीदा बांगर उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के बुलंदशहर जिले के उचगाँव ब्लॉक में एक गाँव है। यह मेरठ मंडल का है। यह जिला मुख्यालय के बुलंदशहर से पूर्व की ओर 42 KM दूर स्थित है। अमरथल उर्फ़ अनचागांव से 7 कि.मी. राज्य की राजधानी लखनऊ से 386 कि.मी.

(फरीदा बांगर ग्राम फरीदा पवित्र गंगा नदी के किनारे स्थित है। इस गाँव का परिवेश पूरी तरह से प्रकृति की गोद में लगता है। एक कन्या जूनियर हाई स्कूल और प्राथमिक विद्यालय इस गाँव में शिक्षा का एकमात्र स्रोत है। सभी महान विद्वानों के बावजूद इस गांव से मौजूद हैं और विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्र के लिए काम कर रहे हैं। इस गाँव की अधिकांश आबादी खेती और पालेज से कमा रही है। इस गाँव में लगभग 50 सरकारी शिक्षक हैं, दो एमबीबीएस डॉक्टर हैं, एक प्रोफेसर हैं। इस गाँव का सबसे सम्मानित व्यक्ति श्री है। मनचंद शर्मा, जो मॉडल इंटर कॉलेज, घुँघराली में शिक्षक हैं। गाँव में विभिन्न जातियों का दबदबा है। ब्राह्मण, लोधी, जाटव, केवट, हरिजन, धोबी, कुम्हार तीन या चार मुस्लिम परिवारों के साथ। गंगा जी के पास एक शिव जी का मंदिर है, और ग्रामीणों की भक्ति का एकमात्र स्रोत है। ग्राम फ़रीदा ने राष्ट्र के विकास के लिए बेहतर योगदान दिया, लेकिन अभी भी गाँव में कोई औषधालय नहीं है, जिसके लिए गाँव को जल्दबाजी की आवश्यकता है। गाँव की आबादी 7000 से अधिक है, लेकिन बस मार्ग से शहर की सुविधा के लिए कोई संपर्क मार्ग नहीं है। यह पृष्ठ डॉ। कपिल देव शर्मा द्वारा बनाया गया है।)

फरीदा बांगर पिन कोड 203398 है और डाक प्रधान कार्यालय है।
घुंघरौली (3 KM), निज़ामपुर बगर (3 KM), दौलतपुर कलां (4 KM), थाना गजरौला (4 KM), कप्सईपुर (4 KM) फरारी बेजर के नजदीकी गाँव हैं। फ़रीदा बाग पूर्व की ओर गंगेश्वरी ब्लॉक, पश्चिम की ओर स्याना ब्लॉक, पश्चिम की ओर जहाँगीराबाद ब्लॉक, दक्षिण की ओर अनूपशहर ब्लॉक से घिरा हुआ है।
शिकारपुर, बुलंदशहर, बुलंदशहर, संभल, नरौरा शहरों के पास हैं फरीदा बांगर।
फरीदा बांगर 2011 की जनगणना विवरण
फरीदा बांगर स्थानीय भाषा हिंदी है। फरीदा बाग गांव की कुल आबादी 3735 है और घरों की संख्या 610 है। महिला जनसंख्या 46.8% है। ग्राम साक्षरता दर 53.3% है और महिला साक्षरता दर 17.4% है।
आबादी
जनगणना पैरामीटर जनगणना डेटा
कुल जनसंख्या 3735
सदनों की कुल संख्या 610
महिला जनसंख्या 46.8% (1748)
कुल साक्षरता दर 53.3% (1991)
महिला साक्षरता दर 17.4% (650)
अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या% 0.0% (0)
अनुसूचित जाति की जनसंख्या% 17.1% (638)
कार्य जनसंख्या% 38.2%
बाल (0 -6) 2011 611 तक जनसंख्या
बालिका (0 -6) जनसंख्या% 2011 तक 47.8% (292)
फरीदा बांगर को कैसे पहुचें 
रेल द्वारा
10 किमी से कम दूरी पर फरीदा बांगर के पास कोई रेलवे स्टेशन नहीं है।
शहरों के पास
शिकारपुर, बुलंदशहर 37 KM 
बुलंदशहर 40 KM 
संभल 41 KM 
नरौरा 47 KM 
तालुकों के पास
उँचगाँव 7 KM 
गंगेश्वरी 12 KM 
समाना 16 KM 
जहांगीराबाद 20 KM 
एयर पोर्ट्स के पास
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 119 KM
मुजफ्फरनगर एयरपोर्ट 125 KM 
पंतनगर हवाई अड्डा 152 KM 
खेरिया एयरपोर्ट 173 KM
पर्यटक स्थलों के पास
बुलंदशहर 41 KM 
मुरादाबाद 73 KM 
मेरठ 77 KM 
हस्तिनापुर 79 KM 
अलीगढ़ 83 KM 
जिले के पास
बुलंदशहर 40 KM 
ज्योतिबा फुले नगर 54 KM
मुरादाबाद 73 KM 
गौतम बुद्ध नगर 76 KM
रेल्वे स्टेशन के पास
गढ़मुक्तेसर रेल मार्ग स्टेशन 32 KM 
गजरौला जंक्शन रेल मार्ग स्टेशन 37 KM 
फरीदा बांगर में राजनीति
RTKP, BJP, BSP, INC इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
फरीदा बाग के पास मतदान केंद्र / बूथ
1) मथुरा नागल प्राइमरी स्कूल
2) फरीदा बांगर प्राइमरी स्कूल कमरा नंबर -1
3) थलीनाथपुर प्राथमिक विद्यालय कक्ष संख्या -2
4) मवई प्राइमरी स्कूल कमरा नंबर -1
५) दुलाखड़ा प्राथमिक शाला कक्ष क्रमांक -२
स्याना विधानसभा क्षेत्र में मंडल।
भवन बहादुर नगर जहांगीराबाद स्याना उचागाँव
सियाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।
2012 जनरल दिलनवाज़ खान इंक 53887 = 1664 देवेंद्र भारद्वाज बीएसपी 52223
2007 जनरल सुंदर सिंह बीजेपी 33252 = 4257 इम्तियाज  कांग्रेस 28995
2002 जनरल सुंदर सिंह आरटीकेपी 31150 = 2631 अनिल  बीएसपी 28519
1996 जनरल राकेश त्यागी कांग्रेस 58368 = 7172 वासुदेव सिंह बीजेपी 51196
1993 जनरल वासुदेव सिंह भाजपा 52237 = 13828 इम्तियाज कांग्रेस 38409
1991 जनरल बसुदेव सिंह बीजेपी 42485 = 23344 राकेश त्यागी कांग्रेस 19141
1989 जनरल इम्तियाज मोहम्मद खान कांग्रेस 30207 = 2262 बैंसिक जेडी 27945
1985 जनरल इम्तियाज मोहम्मद खान कांग्रेस 50219 = 18861 छत्र सिंह एलकेडी 31358
1980 जनरल छत्तर सिंह जेएनपी (एससी) 29595 = 3358 मुमताज मोहम्मद कांग्रेस 26237
1977 जनरल आरिफ मोहम्मद खान जेएनपी 25661 = 4821 मुमताज मोहम्मद कांग्रेस 20840
1974 जनरल ममताज़ मोहम्मद खान कांग्रेस 28322 = 9703क्षेत्र पाल सिंह BKD 18619
1969 जनरल मुमताज मोहम्मद खान कांग्रेस 22909 = 7443 ज्वाला सिंह BJS  15466
1967 GEN N.Singh पीएसपी 19,218 = 1067 M.M.Khan कांग्रेस 18151
1962 जनरल मुमताज़ म़ाद। खान पीएसपी 27019 = 3364 मितान लाल कांग्रेस 23655
1957 (SC) इरताजा हुसैन कांग्रेस 20046 = 2839 हर पाल PSP 
सामाजिक कार्य :
NA
सुखदेव थापर की जीवनी
सुखदेव थापर हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन और पंजाब में विविध क्रांतिकारी संगठनो के वरिष्ट सदस्य थे। उन्होंने नेशनल कॉलेज, लाहौर में पढाया भी है और वही उन्होंने नौजवान भारत सभा की स्थापना भी की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिशो का विरोध कर आज़ादी के लिये संघर्ष करना था।
Sukhdev विशेषतः 18 दिसम्बर 1928 को होने वाले लाहौर षड्यंत्र में शामिल होने की वजह से जाने जाते है। वे भगत सिंह और शिवराम राजगुरु के साथ सह-अपराधी थे जिन्होंने उग्र नेता लाला लाजपत राय की मृत्यु के बाद जवाब में लाहौर षड्यंत्र की योजना बनायीं थी।
8 अप्रैल 1929 को उन्होंने नयी दिल्ली के सेंट्रल असेंबली हॉल में उन्होंने मिलकर बमबारी की थी और कुछ समय बाद ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था। और 23 मार्च 1931 को तीनो को फाँसी दी गयी थी। और रहस्यमयी तरीके से उन्हें शवो को सतलज नदी के किनारे पर जलाया गया था।
सुखदेव का जन्म 15 मई 1907 को पंजाब में लुधियाणा के नौघरा में हुआ था। उनके पिता का नाम रामलाल और माता का नाम राल्ली देवी था। सुखदेव के पिता की जल्द ही मृत्यु हो गयी थी और इसके बाद उनके अंकल लाला अचिंत्रम ने उनका पालन पोषण किया था।
किशोरावस्था से ही सुखदेव ब्रिटिशो द्वारा भारतीयों पर किये जा रहे अत्याचारों से चिर-परिचित थे। उस समय ब्रिटिश भारतीय लोगो के साथ गुलाम की तरह व्यवहार करते थे और भारतीयों लोगो को घृणा की नजरो से देखते थे। इन्ही कारणों से सुखदेव क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल हुए और भारत को ब्रिटिश राज से मुक्त कराने की कोशिश करते रहे।
बाद में सुखदेव हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन और पंजाब के कुछ क्रांतिकारी संगठनो में शामिल हुए। वे एक देशप्रेमी क्रांतिकारी और नेता थे जिन्होंने लाहौर में नेशनल कॉलेज के विद्यार्थियों को पढाया भी था और समृद्ध भारत के इतिहास के बारे में बताकर विद्यार्थियों को वे हमेशा प्रेरित करते रहते थे।
इसके बाद सुखदेव ने दुसरे क्रांतिकारियों के साथ मिलकर “नौजवान भारत सभा” की स्थापना भारत में की। इस संस्था ने बहुत से क्रांतिकारी आंदोलनों में भाग लिया था और आज़ादी के लिये संघर्ष भी किया था।
आज़ादी के अभियान ने सुखदेव की भूमिका –
सुखदेव ने बहुत से क्रांतिकारी गतिविधियों में हिस्सा लिया है जैसे 1929 का “जेल भरो आंदोलन” । इसके साथ-साथ वे भारतीय स्वतंत्रता अभियान के भी सक्रीय सदस्य थे। भगत सिंह और शिवराम राजगुरु के साथ मिलकर वे लाहौर षड़यंत्र में सह-अपराधी भी बने थे। 1928 में लाला लाजपत राय की मृत्यु के बाद यह घटना हुई थी।
1928 में ब्रिटिश सरकार ने सर जॉन साइमन के अंडर एक कमीशन का निर्माण किया, जिसका मुख्य उद्देश्य उस समय में भारत की राजनितिक अवस्था की जाँच करना और ब्रिटिश पार्टी का गठन करना था।
लेकिन भारतीय राजनैतिक दलों ने कमीशन का विरोध किया क्योकि इस कमीशन में कोई भी सदस्य भारतीय नही था। बाद में राष्ट्रिय स्तर पर उनका विरोध होने लगा था। जब कमीशन 30 अक्टूबर 1928 को लाहौर गयी तब लाला लाजपत राय ने अहिंसात्मक रूप से शांति मोर्चा निकालकर उनका विरोध किया लेकिन ब्रिटिश पुलिस ने उनके इस मोर्चे को हिंसात्मक घोषित किया।
इसके बाद जेम्स स्कॉट ने पुलिस अधिकारी को विरोधियो पर लाठी चार्ज करने का आदेश दिया और लाठी चार्ज के समय उन्होंने विशेषतः लाला लाजपत राय को निशाना बनाया। और बुरी तरह से घायल होने के बाद लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गयी थी।
जब 17 नवम्बर 1928 को लाला लाजपत राय की मृत्यु हुई थी तब ऐसा माना गया था की स्कॉट को उनकी मृत्यु का गहरा धक्का लगा था। लेकिन तब यह बात ब्रिटिश पार्लिमेंट तक पहुची तब ब्रिटिश सरकार ने लाला लाजपत राय की मौत का जिम्मेदार होने से बिल्कुल मना कर दिया था।
इसके बाद सुखदेव ने भगत सिंह के साथ मिलकर बदला लेने की ठानी और वे दुसरे उग्र क्रांतिकारी जैसे शिवराम राजगुरु, जय गोपाल और चंद्रशेखर आज़ाद को इकठ्ठा करने लगे, और अब इनका मुख्य उद्देश्य स्कॉट को मारना ही था।
जिसमे जय गोपाल को यह काम दिया गया था की वह स्कॉट को पहचाने और पहचानने के बाद उसपर शूट करने के लिये सिंह को इशारा दे। लेकिन यह एक गलती हो गयी थी, जय गोपाल ने जॉन सौन्ड़ेर्स को स्कॉट समझकर भगत सिंह को इशारा कर दिया था और भगत सिंह और शिवराम राजगुरु ने उनपर शूट कर दिया था। यह घटना 17 दिसम्बर 1928 को घटित हुई थी। जब चानन सिंह सौन्ड़ेर्स के बचाव में आये तो उनकी भी हत्या कर दी गयी थी।
इसके बाद पुलिस ने हत्यारों की तलाश करने के लिये बहुत से ऑपरेशन भी चलाये, उन्होंने हॉल के सभी प्रवेश और निकास द्वारो को बंद भी कर दिया था। जिसके चलते सुखदेव अपने दुसरे कुछ साथियों के साथ दो दिन तक छुपे हुए ही थे।
19 दिसम्बर 1928 को सुखदेव ने भगवती चरण वोहरा की पत्नी दुर्गा देवी वोहरा को मदद करने के लिये कहा था, जिसके लिये वह राजी भी हो गयी थी। उन्होंने लाहौर से हावड़ा ट्रेन पकड़ने का निर्णय लिया। अपनी पहचान छुपाने के लिये भगत सिंह ने अपने बाल कटवा लिये थे और दाढ़ी भी आधे से ज्यादा हटा दी थी। अगले दिन सुबह-सुबह उन्होंने पश्चिमी वस्त्र पहन लिये थे, भगत सिंह और वोहरा एक युवा जोड़े की तरह आगे बढ़ रहे थे जिनके हाथ में वोहरा का एक बच्चा भी था।
जबकि राजगुरु उनका सामान उठाने वाला नौकर बना था। वे वहाँ से निकलने में सफल हुए और इसके बाद उन्होंने लाहौर जाने वाली ट्रेन पकड़ ली। लखनऊ ने, राजगुरु उन्हें छोड़कर अकेले बनारस चले गए थे जबकि भगत सिंह और वोहरा अपने बच्चे को लेकर हावड़ा चले गए।
सुखदेव की मृत्यु – Sukhdev death दिल्ली में सेंट्रल असेंबली हॉल में बमबारी करने के बाद सुखदेव और उनके साथियों को पुलिस ने पकड़ लिया था और उन्होंने मौत की सजा सुनाई गयी थी। 23 मार्च 1931 को सुखदेव थापर, भगत सिंह और शिवराम राजगुरु को फाँसी दी गयी थी और उनके शवो को रहस्यमयी तरीके से सतलज नदी के किनारे पर जलाया गया था। सुखदेव ने अपने जीवन को देश के लिये न्योछावर कर दिया था और सिर्फ 24 साल की उम्र में वे शहीद हो गए थे। भारत को आज़ाद कराने के लिये अनेकों भारतीय देशभक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे ही देशभक्त शहीदों में से एक थे, सुखदेव थापर, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन भारत को अंग्रेजों की बेंड़ियों से मुक्त कराने के लिये समर्पित कर दिया। सुखदेव महान क्रान्तिकारी भगत सिंह के बचपन के मित्र थे। दोनों साथ बड़े हुये, साथ में पढ़े और अपने देश को आजाद कराने की जंग में एक साथ भारत माँ के लिये शहीद हो गये। 23 मार्च 1931 की शाम 7 बजकर 33 मिनट पर सेंट्रल जेल में इन्हें फाँसी पर चढ़ा दिया गया और खुली आँखों से भारत की आजादी का सपना देखने वाले ये तीन दिवाने हमेशा के लिये सो गये। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी सुखदेव थापर के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी