अरुणा आसफ़ अली निगम महापौर/ पार्षद परिचय सूची

नाम : मा. प्रदीप
पद : निगम पार्षद
वॉर्ड : 27-पल्लवपुरम फेज.1
नगर निगम मेरठ
राज्य : उत्तर प्रदेश
पार्टी : बहुजन समाज पार्टी
चुनाव : 2017= 6797/1714 वोट
सम्मान :
coming soon

विवरण :

introduction

Name    honble Pradeep  
Designation   Municipal Corporator    
Ward Name No. 27-Pallavapuram Phase 1  
Municipal Corporation   Meerut   
State   Uttar Pradesh  
Eligibility   graduate   
Mobail No    9410230732   
Support  - Bahujan Samaj Party  
Language Hindi and Urdu   
Current Time  04:02 PM     
Date:  Sunday , Dec 16,2018 (IST)     
Telephone Code / Std Code:  0121     
Assembly constituency :  Meerut Cantt. assembly constituency     
Assembly MLA Satya Prakash Agarwal ( BJP) Contact Number: 9412515005  
Lok Sabha constituency    Meerut parliamentary constituency   
Parliament MP  Rajendra Agarwal (BJP) Contact Number: 09412202623  
वार्ड न. 27-पल्लवपुरम फेज.1 नगर निगम मेरठ के बारे में
नगर निगम वार्ड न. 27-पल्लवपुरम फेज.1 में कुल 12466 मतदाता हैं,  निकाय चुनाव 2017 में बहुजन समाज पार्टी समर्थित नगर निगम पार्षद पद पर माननीय प्रदीप जी ने कुल पड़े मत संख्या 6797 में से (1714) 25.22 मत पाकर 
2 = अश्‍वनी (1256) 18.48 को 458 अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता 
3- व‍िनोद = निर्दलीय  (799) 11.76 मत प्राप्त किये 
4 -अम‍ित कुमार =  समाजवादी पार्टी (412) 6.06 मत प्राप्त कर 7  न. पर रहे 
आनंद लोक, कोणार्क कॉलोनी, दौरी, एकता नगर, आनंद निकेतन, पल्लवपुरम के नजदीकी इलाके हैं।

विकास कार्य :

पार्षद जी के विकास कार्य सूची एक वर्ष पूर्ण होने पर प्रकाशित की जाएगी अभी विकास कार्य व्योरा उपलब्ध नहीं है 

 

बसपा ने अपनी सरकार के दोरान किये कामो की कुछ लिस्ट ये काम है 

बसपा सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए निम्नलिखित योगदान दिए (2007-2012) 

1) 88 हजार बी टी सी शिक्षकों की भर्ती की गयी | 

2) 41 हज़ार कांस्टेबल की भर्ती हुई | 

3) कांशीराम शहरी आवास योजना के तहत एक लाख एक हज़ार लोगों को आवास मिले | 

4) जिला गौतम बुद्ध नगर में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी | 

5) 108848 सफाईकर्मियों की भर्ती की गयी | 

6) बुंदेलखंड में आई टी पॉलिटेक्निक की स्थापना की गयी | 

7) महामाया तकनीकी विश्वविद्यालय गौतम बुद्ध नगर में स्थापित हुआ | 

8 गरीब बस्तियों में 2000 सामुदायिक केंद्र खोले गए ।

9) प्रदेश के 20 जिलो में अम्बेडकर पी जी छात्रावास की स्थापना की गयी | 

10 ) पंचशील बालक इंटर कॉलेज नॉएडा में खुला | 

11) महामाया बालिका इंटर कॉलेज गौतम बुद्ध नगर में स्थापित हुआ | 

12) डॉ भीमराव आंबेडकर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , नॉएडा 

13) मान्यवर कांशीराम जी यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी , बाँदा 

14) मान्यवर कांशीराम गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज , गाज़ियाबाद 

15) कांशीराम मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , नॉएडा 

16) नॉएडा एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ | 

17 ) गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ | 

18) यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ | 

19) महामाया फ्लाईओवर का नॉएडा में निर्माण हुआ । 

20) 2195 गाँव में 3332 km की सड़को का निर्माण हुआ। 

21) मान्यवर श्री कांशीराम जी उर्दू अरबी फ़ारसी यूनिवर्सिटी , लखनऊ 

22)जौनपुर,गाजियाबाद , कांशीरामनगर,कुशीनगर, बिजनौर, कन्नौज, फर्रुखाबाद ,मैनपुरी ,श्रावस्ती में राजकीय महाविद्यालय खोले गए | 

23) आतंकवाद से निपटने के लिए एटीएस(ATS) का गठन 2007 में किया गया था । 

24) लखनऊ जिला कारागार , आदर्श कारागार एवं नारी बंदी निकेतन का लोकार्पण मोहनलालगंज-गोसाईगंज मार्ग पर किया गया । 

25) कांशीरामजी राजकीय मेडिकल कॉलेज , सहारनपुर 

26) मान्यवर श्री कांशीराम यूपी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ,लखनऊ 

27) नगवा , वाराणसी में संत रविदास घाट का निर्माण 

28) कन्नौज ,,बागपत , महाराजगंज , कौशाम्बी , बलरामपुर , सोनभद्र में जिला कारागार का निर्माण हुआ । 

29) मान्यवर कांशीराम जी इंस्टिट्यूट ऑफ़ पैरामेडिकल साइंसेज , झाँसी 

30) 5 नए मेडिकल कॉलेज उरई ,कन्नौज ,आजमगढ़ ,बाँदा मे

31) सावित्रीबाई फुले गर्ल्स हॉस्टल , कानपुर 

32) एससी ,एस टी गर्ल्स के लिए हॉस्टल का निर्माण हुआ , नॉएडा 

33) भारत का पहला फार्मूला वन रेसिंग ट्रैक बुद्धा इन्टर्नेशनल सर्किट बनाया गया । 

34) मान्यवर श्री कांशीराम मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , लखनऊ 

35) मान्यवर श्री कांशीराम इंटरनेशनल कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण हुआ । 

36) मान्यवर श्री कांशीराम मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , ग्रेटर नॉएडा 

37) डॉ शकुंतला मिश्रा उत्तर प्रदेश विकलांग विश्वविद्यालय ,लखनऊ | 

38) वृद्ध कल्याण नीति के अंतर्गत 60 वर्ष के ऊपर सभी बी पी एल व्यक्तियों को वृद्धावस्था पेंशन दिया गया । 

39) सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना के अंतर्गत बी पी एल परिवारों की बालिकाओं को आर्थिक सहायता तथा साइकिल प्रदान की गयी । 

40) वृद्ध महिलाओं के लिए प्रत्येक मंडल स्तर पर महिला भरण पोषण की दर 1800 से बढाकर 3600 रूपये वार्षिक की गयी । 

41) बेरोजगारों के लाभ हेतु कौशाम्बी , कन्नौज , औरैया , चित्रकूट , श्रावस्ती , बलरामपुर , संत कबीरनगर , ज्योतिबा फुले नगर , चंदौली तथा बागपत में रजिस्ट्रेशन सेंटर स्थापित किये गए । 42) नवनिर्मित जनपद मान्यवर कांशीराम नगर में एम्प्लॉयमेंट ऑफिस स्थापित किया गया । 43) मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र लखनऊ में स्थापित ।

44) प्रदेश में 60 जनपदों के परिवहन कार्यालय इंटरनेट की सुविधा से जोड़े जा चुके हैं । 

45) गोरखपुर तथा अलीगढ में होमियोपैथीक मेडिकल कॉलेज स्थापित किये गए । 

46) 153 नए राजकीय होमियोपैथी चिकित्सालयो की स्थापना । 

47) 1052 विकलांगो को उचित दर की दुकाने आवंटित की गयी ।

अरुणा आसफ़ अली की जीवनी
पूरा नाम – अरुणा आसफ़ अली
जन्म – 16 जुलाई 1909
जन्मस्थान – कालका ग्राम, पंजाब
पिता – उपेन्द्रनाथ गांगुली
माता – अम्बालिका देवी
विवाह – आसफ़ अली

अरुणा आसफ अली का जन्म अरुणा गांगुली के नाम से 16 जुलाई 1909 को ब्रिटिश कालीन भारत में बंगाली ब्राह्मण परीवार में पंजाब के कालका ग्राम में हुआ था। उनके पिता उपेन्द्रनाथ गांगुली एक रेस्टोरेंट के मालिक थे। उनकी माता अम्बालिका देवी त्रिलोकनाथ सान्याल की बेटी थी।
उपेन्द्रनाथ गांगुली का छोटा भाई धीरेंद्रनाथ गांगुली भूतकालीन फ़िल्म डायरेक्टर थे। उनका एक और भाई नागेंद्रनाथ एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर थे जिन्होंने नोबेल प्राइज विनर रबीन्द्रनाथ टैगोर की बेटी मीरा देवी से विवाह किया था।
अरुणा की बहन पूर्णिमा बनर्जी भारत के कांस्टिटुएंट असेंबली की सदस्य है। अरुणा की पढाई लाहौर के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में पूरी हुई। ग्रेजुएशन के बाद कलकत्ता के गोखले मेमोरियल स्कूल में वह पढाने लगी। वहा उनकी मुलाकात आसफ अली से हुई, जो अल्लाहाबाद में कांग्रेस पार्टी की नेता थे। 1928 में अपने परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने सितम्बर 1928 में विवाह कर लिया।
आसफ अली विवाह करने और महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह में शामिल होने के बाद वह कांग्रेस पार्टी की एक सक्रीय सदस्य बनी। हिंसात्मक होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था और इसीलिये 1931 के गांधी-इरविन करार के बावजूद उन्हें छोड़ा नही गया।
लेकिन कैद बाकी महिलाओ ने उनका साथ देते हुए कहा की वे तभी जेल छोड़ेंगे जब अरुणा आसफ अली को भी रिहा किया जायेगा। लोगो के भारी सहयोग को देखते हुए आख़िरकार अधिकारियो को अरुणा आसफ अली को रिहा करना ही पड़ा।
1932 में उन्होंने तिहार जेल में अपनी विविध मांगो को लेकर भूख हड़ताल भी की थी। उस समय तिहार जेल की स्थिति अत्यंत दयनीय होने के कारण उनकी भूक हड़ताल से तिहार जेल में काफी सुधार हुए। बाद में वह अम्बाला चली गयी।
महात्मा गांधी के आह्वान पर हुए 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं जब सभी प्रमुख नेता गिरफ्तार कर लिए गए तो उन्होंने अद्भुत कौशल का परिचय दिया और नौ अगस्त के दिन मुम्बई के गवालिया टैंक मैदान में तिरंगा झंडा फहराकर अंग्रेजों को देश छोड़ने की खुली चुनौती दे डाली।
अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें 1942 मे भारत छोडो आंदोलन के दौरान मुंबई के गोवालीया मैदान मे कांग्रेस का झंडा फहराने के लिये हमेशा याद किया जाता है। स्वतंत्रता के बाद भी वह राजनीती में हिस्सा लेती रही और 1958 में दिल्ली की मेयर बनी। 1960 में उन्होंने सफलतापूर्वक मीडिया पब्लिशिंग हाउस की स्थापना की। Aruna Asaf Ali के या योगदान को देखते हुए 1997 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आज अरुणा आसफ अली भले ही हमारे बीच नहीं हैं। पर उनके कार्य और उनका अंदाज आने वाली पीढ़ियों को सदैव रास्ता दिखाते रहेंगें। उन्हें यूँ ही स्वतंत्रता संग्राम की ‘ग्रैंड ओल्ड लेडी‘ नहीं कहा जाता है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी अरुणा आसफ़ अली के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी