महात्मा गांधी आई.ए.एस./ आई.पी.एस. सम्मान पत्र

नाम : श्री जगन्नाथ प्रसाद त्रिपाठी
पद : जिलाधिकारी
विभाग : उत्तर प्रदेश शासन
नियुक्त : शाहजहांपुर
राज्य : उत्तर प्रदेश

विवरण :

 

introduction
Name : Sh. Indra Vikram Singh (I.A.S)
Designation : District Magistrate
Appointment : SHAHJAHANPUR
Telephone No : 05842-281540
E-Mail id : dmsha[at]nic[dot]in
State : Uttar Pradesh
Division : Bareilly
Head Quarters : Shahjahanpur
Language : Hindi and Urdu
Area: 4575 sq. km
Population : 3002376
Sex Ratio : 865
Density : 673/ sq. km
Literacy : 61.61
Elevation / Altitude: 173 - 154 meters. Above Seal level
Current Time 10:47 AM
Date: Thursday , Oct 03,2019 (IST)
Time zone: IST (UTC+5:30)
District Pin code Index: 242XXX
Vehicle Registration Number: UP-27
RTO Office: Shahjahanpur


शाहजहाँपुर जिले के बारे में
शाहजहाँपुर जिला उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के 71 जिलों में से एक है। शाहजहाँपुर जिला प्रशासनिक प्रमुख क्वार्टर शाहजहाँपुर। यह राज्य की राजधानी लखनऊ की ओर से 179 KM दक्षिण में स्थित है। शाहजहाँपुर जिले की जनसंख्या 3002376 है। यह जनसंख्या के हिसाब से राज्य का 33 वां सबसे बड़ा जिला है।
भूगोल और मौसम शाहजहाँपुर जिला
यह अक्षांश -27.8, देशांतर -79.9 में स्थित है। शाहजन्पुर जिला उत्तर में बरेली जिले, पश्चिम में बदायूं जिले, दक्षिण में फर्रुखाबाद जिला, दक्षिण में हरदोई जिले, पूर्व में पीलीभीत जिले के लिए सीमा साझा कर रहा है। शाहजहाँपुर जिला लगभग 4575 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में स्थित है। । इसकी 173 मीटर से 154 मीटर की ऊँचाई की सीमा है। यह जिला हिंदी पट्टी भारत से संबंधित है।
शाहजहाँपुर जिले का डेमोग्राफिक्स
हिंदी यहाँ की स्थानीय भाषा है। साथ ही लोग उर्दू बोलते हैं। शाहजहाँपुर जिले को 16 ब्लॉक, पंचायत, 3322 गांवों में विभाजित किया गया है।
शाहजहाँपुर जिले की जनगणना 2011
शाहजहाँपुर जिले की कुल जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 3002376 है। यहाँ की जनसंख्या 1609853 है और महिलाओं की संख्या 1392523 है। कुल मिलाकर लोगों की संख्या 1986372 है। कुल क्षेत्र 4575 वर्ग किमी है। यह जनसंख्या के हिसाब से राज्य का 33 वां सबसे बड़ा जिला है। लेकिन राज्य द्वारा 13 सबसे बड़े जिला क्षेत्र द्वारा। जनसंख्या के हिसाब से देश में 122 सबसे बड़ा जिला है। राज्य में साक्षरता दर से 61 सेंट सुपर जिला। देश में साक्षरता दर के हिसाब से 544 वां सर्वोच्च जिला है। साक्षरता दर 61.61 है
शाहजहाँपुर में ब्लॉक की सूची
1 बांदा
2 भवल खेरा
3 ददरौल
4 जैतपुर
5 जलालाबाद
6 कलान
7 कांठ
8 खुदागंज कटरा
9 खुटार
10 मदनपुर
11 मिर्ज़ापुर
12 निगोही
13 पुंवाया
14 शाहजहांपुर
15 सिंधौली
16 तिलहर
शाहजहाँपुर जिले में राजनीति
भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस शाहजहाँपुर जिले के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
शाहजहाँपुर जिले में विधानसभा क्षेत्र
शाहजहाँपुर जिले में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं।
1 कटरा वीर विक्रम सिंह बीजेपी 94542000000
2 जलालाबाद शरण वीर सिंह सपा संपर्क नंबर: 9415035865
3 तिलहर रोशन लाल वर्मा भाजपा संपर्क नंबर: 8765954832
4 पुंवाया  चेत राम भाजपा संपर्क नंबर: 9415162484
5 शाहजहाँपुर सुरेश कुमार खन्ना भाजपा संपर्क नंबर: 9415029539
6 ददरौल मानवेंद्र सिंह भाजपा संपर्क नंबर: 9415035577
शाहजहाँपुर जिले में संसद क्षेत्र
शाहजहाँपुर जिले में कुल 1 संसद क्षेत्र।
शाहजहाँपुर अरुण कुमार सागर भारतीय जनता पार्टी
शाहजहाँपुर परिवहन
सड़क परिवहन
जिला मुख्यालय शाहजहाँपुर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। शाहजहाँपुर, पोवायन, तिलहर इस जिले के ऐसे शहर हैं जिनके प्रमुख शहरों और गांवों के गांवों से सड़क संपर्क है। लखनऊ से उत्तर प्रदेश की राजधानी शाहजहाँपुर लगभग 179 कि.मी.
रेल वाहक
जिले के कुछ रेल मार्ग स्टेशन शाहजहाँपुर, रोज़ा जंक्शन, तिलहर, बिलपुर, मेलानी जंक्शन, किलिया, शाहजहाँपुर कच्छी हाल्ट, बंथरा हैं ... जो जिले के अधिकांश कस्बों और गांवों को चिह्नित करता है।
परिवहन
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन (UPSRTC) इस जिले के प्रमुख शहरों से शहरों और गांवों तक बसें चली जाती है।
शहरों के पास
शाहजहाँपुर 2 कि.मी.
तिलहर 22 कि.मी.
शाहाबाद, हरदोई 27 KM
पोवायन 31 किलोमीटर
 
एयर पोर्ट्स के पास
पंतनगर हवाई अड्डा 152 KM
अमौसी टर्मिनल 174 KM
कानपुर टर्मिनल 191 के.एम.
खेरिया टर्मिनल 232 KM
 
जिले के पास
शाहजहाँपुर ० के.एम.
हरदोई 64 के.एम.
फर्रुखाबाद 70 कि.मी.
बरेली 83 KM
 
रेल्वे स्टेशन के पास
शाहजहाँपुर कच्छी हाट रेल मार्ग स्टेशन 2.6 KM
शाहजहाँपुर रेल मार्ग स्टेशन 3.1 KM
शाहजहाँपुर रेल मार्ग स्टेशन 3.2 KM
रोज़ा जंक्शन रेल मार्ग स्टेशन 5 KM

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवनी : आप उन्हें बापू कहो या महात्मा दुनिया उन्हें इसी नाम से जानती हैं। अहिंसा और सत्याग्रह के संघर्ष से उन्होंने भारत को अंग्रेजो से स्वतंत्रता दिलाई। उनका ये काम पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गया। वो हमेशा कहते थे बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो, और उनका ये भी मानना था की सच्चाई कभी नहीं हारती। इस महान इन्सान को भारत ने राष्ट्रपिता घोषित कर दिया। उनका पूरा नाम था ‘मोहनदास करमचंद गांधी‘ – Mahatma Gandhi –
पूरा नाम – मोहनदास करमचंद गांधी
जन्म – 2 अक्तुंबर १८६९
जन्मस्थान – पोरबंदर (गुजरात)
पिता – करमचंद
माता – पूतळाबाई
शिक्षा – १८८७ में मॅट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण। १८९१ में इग्लंड में बॅरिस्टर बनकर वो भारत लोटें।
विवाह – कस्तूरबा ( Mahatma Gandhi Wife Name – Kasturba Gandhi )
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवनी – Mahatma Gandhi in Hindi
महात्मा गांधी का जन्म पोरबंदर इस शहर गुजरात राज्य में हुआ था। गांधीजीने ने शुरवात में काठियावाड़ में शिक्षा ली बाद में लंदन में विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह भारत में आकर अपनी वकालत की अभ्यास करने लगे। लेकिन सफल नहीं हुए। उसी समय दक्षिण अफ्रीका से उन्हें एक कंपनी में क़ानूनी सलाहकार के रूप में काम मिला।
वहा महात्मा गांधीजी लगभग 20 साल तक रहे। दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के मुलभुत अधिकारों के लिए लड़ते हुए महात्मा गांधी को 10 जनवरी 1908 को उनके जीवन में पहली बार जेल हुई थी। अफ्रीका में उस समय बहुत ज्यादा नक्सलवाद हो रहा था। उसके बारे में एक किस्सा भी है। जब गांधीजी अग्रेजों के स्पेशल कंपार्टमेंट में चढ़े उन्हें गांधीजी को बहुत बेईजत कर के ढकेल दिया।
सी समय दक्षिण अफ्रीका से उन्हें एक कंपनी में क़ानूनी सलाहकार के रूप में काम मिला। वहा महात्मा गांधीजी लगभग 20 साल तक रहे। वहा भारतीयों के मुलभुत अधिकारों के लिए लड़ते हुए कई बार जेल भी गए। अफ्रीका में उस समय बहुत ज्यादा नस्लवाद हो रहा था। उसके बारे में एक किस्सा भी है। जब गांधीजी अग्रेजों के स्पेशल कंपार्टमेंट में चढ़े उन्हें गांधीजी को बहुत बेईजत कर के ढकेल दिया।
वहा उन्होंने सरकार विरूद्ध असहयोग आंदोलन संगठित किया। वे एक अमेरिकन लेखक हेनरी डेविड थोरो लेखो से और निबंधो से बेहद प्रभावित थे। आखिर उन्होंने अनेक विचारो ओर अनुभवों से सत्याग्रह का मार्ग चुना, जिस पर गांधीजी पूरी जिंदगी चले। पहले विश्वयुद्ध के बाद भारत में ‘होम रुल’ का अभियान तेज हो गया।
1919 में रौलेट एक्ट पास करके ब्रिटिश संसद ने भारतीय उपनिवेश के अधिकारियों को कुछ आपातकालींन अधिकार दिये तो गांधीजीने लाखो लोगो के साथ सत्याग्रह आंदोलन किया। उसी समय एक और चंद्रशेखर आज़ाद और भगत सिंह क्रांतिकारी देश की स्वतंत्रता के लिए हिंसक आंदोलन कर रहे थे। लेकीन गांधीजी का अपने पूर्ण विश्वास अहिंसा के मार्ग पर चलने पर था। और वो पूरी जिंदगी अहिंसा का संदेश देते रेहे।
महात्मा गांधीजी की जीवन कार्य
१८९३ में उन्हें दादा अब्दुला इनका व्यापार कंपनी का मुकदमा चलाने के लिये दक्षिण आफ्रिका को जाना पड़ा। जब दक्षिण आफ्रिका में थे तब उन्हें भी अन्याय-अत्याचारों का सामना करना पड़ा। उनका प्रतिकार करने के लिये भारतीय लोगोंका संघटित करके उन्होंने १८९४ में ‘नेशनल इंडियन कॉग्रेस की स्थापना की।
१९०६ में वहा के शासन के आदेश के अनुसार पहचान पत्र साथ में रखना सक्त किया था। इसके अलावा रंग भेद नीती के विरोध में उन्होंने ब्रिटिश शासन विरुद्ध सत्याग्रह आंदोलन आरंभ किया।
१९१५ में Mahatma Gandhi – महात्मा गांधीजी भारत लौट आये और उन्होंने सबसे पहले साबरमती यहा सत्याग्रह आश्रम की स्थापना की।
तथा १९१९ में उन्होंने ‘सविनय अवज्ञा’ आंदोलन में शुरु किया।
१९२० में असहयोग आंदोलन शुरु किया।
१९२० में लोकमान्य तिलक के मौत के बाद राष्ट्रिय सभा का नेवृत्त्व महात्मा गांधी के पास आया।
१९२० में के नागपूर के अधिवेशन में राष्ट्रिय सभा ने असहकार के देशव्यापी आंदोलन अनुमोदन देनेवाला संकल्प पारित किया। असहकार आंदोलन की सभी सूत्रे महात्मा गांधी पास दिये गये।
१९२४ में बेळगाव यहा राष्ट्रिय सभा के अधिवेशन का अध्यक्षपद।
१९३० में सविनय अवज्ञा आदोलन शुरु हुवा। नमक के उपर कर और नमक बनानेकी सरकार एकाधिकार रद्द की जाये। ऐसी व्हाइसरॉय से मांग की, व्हाइसरॉय ने उस मांग को नहीं माना तब गांधीजी ने नमक का कानून तोड़कर सत्याग्रह करने की ठान ली।
१९३१ में राष्ट्रिय सभे के प्रतिनिधि बनकर गांधीजी दूसरी गोलमेज परिषद को उपस्थित थे।
१९३२ में उन्होंने अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना की।
१९३३ में उन्होंने ‘हरिजन’ नाम का अखबार शुरु किया।
१९३४ में गांधीजीने वर्धा के पास ‘सेवाग्राम’ इस आश्रम की स्थापना की। हरिजन सेवा, ग्रामोद्योग, ग्रामसुधार, आदी विधायक कार्यक्रम करके उन्होंने प्रयास किया।
१९४२ में चले जाव आंदोलन शुरु उवा। ‘करेगे या मरेगे’ ये नया मंत्र गांधीजी ने लोगों को दिया।
व्दितीय विश्वयुध्द में महात्मा गांधीजी ने अपने देशवासियों से ब्रिटेन के लिये न लड़ने का आग्रह किया था। जिसके लिये उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। युध्द के उपरान्त उन्होंने पुन: स्वतंत्रता आदोलन की बागडोर संभाल ली। अंततः १९४७ में हमारे देश को स्वतंत्रता प्राप्त हो गई। गांधीजीने सदैव विभिन्न धर्मो के प्रति सहिष्णुता का संदेश दिया। १९४८ में
१९४८ में नाथूराम गोडसे ने अपनी गोली से उनकी जीवन लीला समाप्त कर दी। इस दुर्घटना से सारा विश्व शोकमग्न हो गया था। वर्ष १९९९ में बी.बी.सी. व्दारा कराये गये सर्वेक्षण में गांधीजी को बीते मिलेनियम का सर्वश्रेष्ट पुरुष घोषित किया गया।
महात्मा गांधी विशेषता – भारत के राष्ट्रपिता, महात्मा
Mahatma Gandhi Death – मृत्यु – 30 जनवरी १९४८ में नथुराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या की।
मोहनदास करमचंद गांधी – Mahatma Gandhi भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के निदेशक थे। उन्ही की प्रेरणा से १९४७ में भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हो सकी। अपनी अदभुत आध्यात्मिक शक्ति से मानव जीवन के शाश्वत मूल्यों को उदभाषित करने वाले। विश्व इतिहास के महान तथा अमर नायक महात्मा गांधी आजीवन सत्य, अहिंसा और प्रेम का पथ प्रदर्शित करते रहे।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी महात्मा गांधी के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी
सूचनार्थ पत्र :

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